प्रबंध संपादक : डॉ. कुसुम खेमानी प्रकाशक : नंदलाल शाह मूल्य : 20 रुपए
संपादकीय समय की हिन्दी उर्फ़ हिन्दी का समय
चिन्तन धर्मपाल : हम किसी और के संसार में रहने लगे हैं
विचार किशन पटनायक : आधुनिक विज्ञान और तकनीक का दम्भ विजय बहादुर सिंह : औरों से अलग हटकर लिखना
पिछले पन्नों से भवानी प्रसाद मिश्र : ये किसी व्याकुल समय की सूचनाएँ हैं, और यह कवि-कथन
आलेख लक्ष्मण केडिया : सभ्यता के चकाचौंध के पार का कवि : भवानी प्रसाद मिश्र अभिज्ञात : केदारनाथ सिंह की कविता : आलोक और आयाम
कहानी विजयकांत : कुफ़्र महावीर राजी : बीज
इतिहास और समाज सुरेश मिश्र : इतिहास, जरा हटकर
चिट्ठी-पत्री निदा फ़ाजली की चिट्ठियाँ
ग़ज़ल ओम प्रभाकर
साक्षात्कार कथा ही आज के समय की अपनी विधा है सुपरिचित लेखिका ज्योत्स्ना मिलन से छबिल मेहरे की बातचीत
कविता रवि कुमार : बच्चे और फूल प्रभात : धाड़ैती श्याम सुंदर बगड़िया : दो कविताएँ सत्यवान : यह उजली कौंध श्याम किशोर सिंह : वापस जाओ, बेल सुधांशु 'फिरदौस' : माँ, टूटे बिखरे सपने
आलेख प्रमीला के.पी. : अनूदित जंग बनाम आतंकवाद विजेंद्र नारायण सिंह : दिनकर की उर्वशी : उग्र नारीवाद की पहली हिन्दी रचना
संस्कृत ग़ज़ल अभिराज राजेंद्र मिश्र : भुजङ्ग: कथम्?
परख हितेन्द्र पटेल : तीसरा विभाजन (कहानी संग्रह) : अन्य दयानंद पाण्डेय : महात्मा गाँधी : ब्रह्मचर्य के प्रयोग (व्यक्तित्व) : दयाशंकर शुक्ल सागर किरण अग्रवाल : यकीन की आयतें (कविता संग्रह) : आशुतोष दुबे