कौन हैं मेटा का 2 हजार करोड़ का ऑफर ठुकराने वाले मैट डाइटके, जानिए क्यों हैं चर्चा में

WD Feature Desk

बुधवार, 6 अगस्त 2025 (17:14 IST)
who is matt deitker: आज के दौर में जहां हर युवा एक बड़ी टेक कंपनी में नौकरी पाने का सपना देखता है, वहीं मैट डाइटके (Matt Deitke) ने एक अलग राह चुनी है। अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रहे इस 24 वर्षीय प्रतिभाशाली युवा ने न केवल अपनी पीएचडी बीच में छोड़ दी, बल्कि मेटा (Meta) जैसी दिग्गज कंपनी के 2000 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड-तोड़ ऑफर को भी ठुकरा दिया। उनकी यह कहानी टेक जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है और यह दर्शाती है कि कैसे एक युवा उद्यमी अपने विजन और आत्मविश्वास के दम पर बड़े से बड़े प्रस्तावों को भी पीछे छोड़ सकता है।

पीएचडी छोड़, AI की दुनिया में रखा कदम
मैट डाइटके अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन (University of Washington) में कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर रहे थे। लेकिन, उनकी महत्वाकांक्षाएं सिर्फ़ अकादमिक शोध तक सीमित नहीं थीं। उन्होंने अपनी पीएचडी बीच में ही छोड़ दी और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के सह-संस्थापक पॉल एलन (Paul Allen) द्वारा स्थापित एलेन इंस्टीट्यूट फॉर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Allen Institute for AI, AI2) से जुड़ गए। यह कदम उनकी दूरदृष्टि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में कुछ बड़ा करने की उनकी तीव्र इच्छा को दर्शाता है।

मैट डाइटके का AI चैटबॉट मोलमो
AI2 में रहते हुए, मैट डाइटके ने एक अभूतपूर्व AI चैटबॉट तैयार किया, जिसका नाम उन्होंने मोलमो (Molmo) रखा। मोलमो कोई सामान्य चैटबॉट नहीं था। यह न केवल टेक्स्ट को समझ सकता था, बल्कि फोटो और आवाज को भी समझने में सक्षम था। इसका मतलब था कि मोलमो इंसानों जैसी समझ रखने वाला एक चैटबॉट था, जो मल्टीमॉडल AI की दिशा में एक बड़ा कदम था। उनके इस काम को 2022 में मशहूर AI कॉन्फ्रेंस न्यूरआईपीएस (NeurIPS) में सम्मानित किया गया, जिससे उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान मिली। यह उपलब्धि मैट की तकनीकी कौशल और AI के क्षेत्र में उनकी गहरी समझ का प्रमाण थी।

मैट डाइटके की  AI कंपनी वर्सेप्ट
अपनी प्रतिभा और मोलमो की सफलता से प्रेरित होकर, मैट डाइटके ने 2023 में अपनी खुद की AI कंपनी वर्सेप्ट (Vercept) की शुरुआत की। यह कदम उनकी उद्यमशीलता की भावना और अपने विजन को स्वतंत्र रूप से आगे बढ़ाने की उनकी इच्छा को दर्शाता है। वर्सेप्ट को जल्द ही टेक जगत के दिग्गजों से समर्थन मिला। गूगल (Google) के पूर्व सीईओ एरिक श्मिट (Eric Schmidt) जैसे बड़े निवेशकों से उनके स्टार्टअप को करीब 140 करोड़ रुपये (16.5 मिलियन डॉलर) की फंडिंग मिली। यह फंडिंग उनके स्टार्टअप की क्षमता और AI बाजार में उसके भविष्य के महत्व को रेखांकित करती है।

मैट ने ठुकराया मेटा का रिकॉर्ड-तोड़ ऑफर
मैट डाइटके की बढ़ती ख्याति और वर्सेप्ट के अभिनव काम ने जल्द ही बड़ी टेक कंपनियों का ध्यान खींचा। मेटा (Meta) ने उन्हें अपनी टीम में शामिल करने के लिए एक शानदार ऑफर दिया – 1000 करोड़ रुपये (125 मिलियन डॉलर) का पैकेज। यह किसी भी युवा के लिए एक सपने जैसा ऑफर होता, लेकिन मैट ने इसे ठुकरा दिया।

इसके बाद, स्वयं मार्क ज़ुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने मैट डाइटके से मुलाकात की और ऑफर को लगभग दोगुना करके 2000 करोड़ रुपये (250 मिलियन डॉलर) कर दिया। यह अब तक के सबसे बड़े व्यक्तिगत ऑफर्स में से एक था, जो मेटा की मैट की प्रतिभा और उनके काम को हासिल करने की उत्सुकता को दर्शाता था। लेकिन, मैट डाइटके अपने विजन पर अडिग रहे। उन्होंने इस अविश्वसनीय ऑफर को भी ठुकरा दिया, यह कहते हुए कि वे अपने स्टार्टअप वर्सेप्ट और अपने AI चैटबॉट मोलमो के भविष्य को लेकर अधिक उत्साहित हैं।
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