संसदीय एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी के आने के बाद से लोकसभा में बहस का स्तर गिर गया है। हमारे पास ऐसे लोग हैं जो बात कर सकते हैं और बहस कर सकते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि कांग्रेस के पास ऐसा कोई नहीं है, और जो लोग बहस करना चाहते हैं वे राहुल गांधी से डरते हैं
उन्होंने गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें दलितों, आदिवासियों, संविधान और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के बारे में बोलने का अधिकार नहीं है।