पीएम मोदी बोले, कांग्रेस को न संविधान की परवाह, ना देश की भावना

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 9 नवंबर 2024 (12:50 IST)
PM Modi in Maharashtra : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्‍ट्र के अकोला में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और इसके साथियों को न बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान की परवाह है, ना कोर्ट की और ना ही देश की भावना की। ALSO READ: महसूस हो रही है रतन टाटा की कमी, 1 माह बाद पीएम मोदी ने इस तरह किया याद
 
उन्होंने कहा कि विपक्षी महा विकास आघाडी का मतलब करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार एवं घोटाले से है। जिस किसी राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है, वह राज्य पार्टी के शाही परिवार के लिए एटीएम बन जाता है।
<

कांग्रेस और इसके साथियों को न बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान की परवाह है, ना कोर्ट की और ना ही देश की भावना की।

प्रधानमंत्री श्री @narendramodi अकोला, महाराष्ट्र में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। https://t.co/cKGibkFw6t

— BJP (@BJP4India) November 9, 2024 >उन्होंने कहा कि अभी केंद्र में हमारी सरकार को 5 महीने ही हुए हैं। इन 5 महीनों में लाखों करोड़ रुपए की परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इसमें बड़ी संख्या में महाराष्ट्र से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट भी हैं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के समय मैंने 70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की गारंटी देने का वादा किया था। हमारी सरकार ने बुजुर्गों की सेवा के लिए ये योजना लॉन्च कर दी है। 70 साल से ऊपर के बुजुर्गों को वय-वंदना आयुष्मान कार्ड मिलने शुरु हो गए हैं। सबका साथ-सबका विकास की भावना के साथ ही इस योजना का लाभ हर वर्ग, हर समाज, हर धर्म के बुजुर्गों को मिलेगा। 
 
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 2 कार्यकाल में मोदी ने गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर बनाकर दिए हैं। अब हम गरीबों के लिए 3 करोड़ नए घर और बनाने की शुरुआत कर रहे हैं। विदर्भ का आशीर्वाद हमेशा मेरे लिए खास रहा है। अब एक बार फिर मैं विधानसभा चुनाव में महायुति के लिए आपसे आशीर्वाद मांगनें आया हूं।
 
उन्होंने कहा कि 2014 से 2024 के 10 वर्षों में महाराष्ट्र ने भाजपा को लगातार दिल खोलकर आशीर्वाद दिया है। भाजपा के ऊपर महाराष्ट्र के इस भरोसे की वजह भी है। इसकी वजह है महाराष्ट्र के लोगों की देशभक्ति, राजनीतिक समझ और दूर-दृष्टि।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज ही के दिन सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर पर फैसला दिया था। 9 नवंबर की ये तारीख इसलिए भी याद रखी जाएगी, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हर धर्म के लोगों ने बहुत ही संवेदनशीलता का परिचय दिया।
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख