महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी नागपुर में स्थित राजभवन में रविवार को 39 मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह 33 वर्षों बाद हुआ है। इससे पहले ऐसा आखिरी समारोह 1991 में सुधाकरराव नाइक सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के समय हुआ था। नाइक ने शिवसेना के बागी छगन भुजबल और राजेंद्र गोले को शामिल करके अपने मंत्रिपरिषद का विस्तार किया था, जो सत्तारूढ़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उस समय बीड से कांग्रेस विधायक जयदत्त क्षीरसागर को भी नाइक सरकार में शामिल किया गया था। राज्यपाल सी. सुब्रमण्यम ने उन्हें पद की शपथ दिलाई थी।
संयोग से, भुजबल ऐसे वरिष्ठ नेता रहे, जिन्हें रविवार को हुए राज्य मंत्रिपरिषद विस्तार में जगह नहीं मिली, जबकि वह एकनाथ शिंदे नीत पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री थे। नाइक 25 जून 1991 से 22 फरवरी 1993 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे।
इसके बाद, तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष मधुकर राव चौधरी ने शिवसेना के 12 बागी विधायकों वाले समूह के कांग्रेस के साथ विलय को मंजूरी दे दी थी। संयोगवश, भुजबल और गोले 1995 में हुए अगले विधानसभा चुनाव में क्रमश: माझगांव (मुंबई) और बुलढाना सीट से चुनाव हार गए थे।