मंत्री ने कहा कि इस योजना से बाहर निकलने के लिए 4,500 महिलाओं ने आवेदन किया है। पिछले साल राज्य विधानसभा चुनावों से पहले शुरू की गई लाड़की बहिन योजना ने सत्तारूढ़ महायुति की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। लाड़की बहिन योजना के 2.43 करोड़ से अधिक लाभार्थी हैं जिससे राज्य के खजाने पर हर महीने लगभग 3,700 करोड़ रुपए का बोझ आता है।(भाषा)