क्या है पंच महाव्रत : भगवान महावीर ने कैवल्य ज्ञान हेतु धर्म के मूल पांच व्रत बताए हैं। पंचमहाव्रतों का पालन मुनियों के लिए पूर्ण रूप से और गृहस्थों के लिए स्थूलरूप अर्थात अणुव्रत रूप से बताया गया है। हालांकि महावीर का धर्म और दर्शन उक्त पंच महाव्रत से कहीं ज्यादा विस्तृत और गूह्म है। यह देखने में सामन्य लगने वाले नियम गहरे में बहुत ही असरकारक और अर्थवान हैं।