Makar Sankranti 2023 : सभी यह जानते हैं कि मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को मनाया जाता है, लेकिन आजकल 15 जनवरी को भी यह मनाए जाने लगा है। वर्ष 2023 में मकर संक्रांति 15 जनवरी को इसलिए मनाई जा रही है क्योंकि सूर्य 14 जनवरी की रात्रि में मकर राशि में प्रवेश करेगा। सूर्य के मकर में जाने के बाद ही मकर संक्रांति मनाते हैं, लेकिन रात्रि में मकर संक्रांति नहीं मनाते हैं इसलिए उदयातिथि के अनुसार 15 जनवरी को मनाएंगे।
पहले की मकर संक्रांतियां : कई वर्षों से मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही मनाई जाती रही है। लेकिन 2012 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई थी। वर्ष 2020 में भी मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाई गई थे। 1600 में 10 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई थी। राजा हर्षवर्द्धन के समय में 24 दिसंबर को मकर संक्रांति मनाई गई थी। मुगल बादशाह अकबर के काल में 10 जनवरी को और वीर छत्रपति सम्राट शिवाजी महाराज के शासनकाल में 11 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई गई थी।
आने वाली संक्रांतियां : एक समय ऐसा भी आएगा जबकि मकर संक्रांति फरवरी में भी मनाई जाएगी। ज्योतिष मान्यता के अनुसार सूर्य की गति प्रतिवर्ष 20 सेकंड बढ़ रही है। इस मान से देखा जाएगा तो करीब 1,000 साल पहले 31 दिसंबर को मकर संक्रांति मनाई गई थी और 5,000 वर्ष के बाद संभवत: मकर संक्रांति फरवरी की किसी तारीख को मनाई जाए। पिछले 1,000 वर्षों में सूर्य 2 हफ्ते आगे खिसक गया है इसीलिए 14 जनवरी को मकर संक्रांति मनाई जाने लगी थी। आने वाले समय में यानी सन् 2600 में मकर संक्रांति 23 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी अनुमान से वर्ष 7015 में मकर संक्रांति 23 मार्च को मनाई जाने लगेगी।