अमलनेर में एक सभा में भाग लेने के बाद वे मंगल ग्रह मंदिर आए और भगवान मंगल के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि कई साल पहले मैं मंदिर आया था। पहले मंदिर के विकास के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाया गया था। लेकिन किसी कारणवश यह पूरा नहीं हो पाया, अब पांच करोड़ रुपए का फंड मिला है और इससे विकास कार्य चल रहे हैं। हम मंदिर के विकास कार्यों के लिए हमेशा फॉलोअप कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे कई युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व पालक मंत्री गुलाबराव देवकर, पानन के पूर्व निदेशक तिलोत्तमताई पाटिल, विधायक अनिल भाईदास पाटिल, धुले जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष ज्ञानेश्वर भामरे सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहे।
मंगलग्रह सेवा संस्था के अध्यक्ष दिगंबर महाले ने अजीतदादा पवार, जयंत पाटिल को मंदिर की पूरी जानकारी दी और यहां के महत्व को समझाया। इस मौके पर मंदिर के उपाध्यक्ष एसएन पाटिल, ट्रस्टी, मैनेजर हेमंत गुजराती मौजूद रहे।
जयंत पाटिल ने कहा कि मंगल मंदिर की मिसाल पर चलें देश के मंदिर। अमलनेर में मंगलग्रह मंदिर ने एक अच्छी और अनुकरणीय विरासत को संरक्षित किया है। मंदिर द्वारा धार्मिक कार्यक्रम के साथ-साथ सामाजिक पहलू का भी पोषण किया जा रहा है। देश के अन्य मंदिर के अध्यक्ष और ट्रस्टी को मंगलग्रह मंदिर में जाना चाहिए और मंगलग्रह मंदिर द्वारा कार्यान्वित आदर्श गतिविधियों को अपने मंदिर के माध्यम से लागू करना चाहिए।