मणिपुर में महिला नेताओं का कहना है कि जब तक महिलाओं के लिए सीट आरक्षित नहीं की जाएंगी, तब तक उनकी उपुयक्त राजनीतिक भागीदारी सुनिश्चित नहीं हो पाएगी। राज्य में एक रोचक तथ्य यह भी है कि मणिपुर में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं की तुलना में अधिक है। महिला मतदाताओं की संख्या 10.57 लाख से अधिक है जबकि करीब 9.90 लाख पुरुष मतदाता हैं।
हालांकि शारदा देवी जोर देकर कहती हैं कि चीजें धीरे-धीरे बदल रहीं है। वह अपनी पार्टी का उदाहरण देती हैं, जिसने पिछले विधानसभा चुनाव में दो महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था जबकि वर्तमान चुनाव में भाजपा की तरफ से तीन महिला उम्मीदवार हैं। शारदा देवी इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को श्रेय देती हैं।
उन्होंने कहा, राजनीतिक रूप से मजबूत किए बिना महिला सशक्तिकरण पूर्ण नहीं हो सकता। इसी तरह के विचार साझा करते हुए कांग्रेस की नेता एवं पूर्व मंत्री एके मीराबाई देवी ने कहा, यह एक पुरुष प्रधान समाज है, ऐसे में इच्छुक महिला उम्मीदवारों के लिए उनसे सीट छीनना मुश्किल है।(भाषा)