The 9 Minute Parenting Theory: हर माता-पिता के लिए उनके बच्चे हमेशा बच्चे ही रहते हैं। फिर चाहे बच्चा, शिशु से किशोर और किशोर से जवान क्यों न हो जाए। छोटे बच्चे तो अपने हर काम के लिए पूरी तरह अपने पेरेंट्स पर डिपेंड रहते हैं। लेकिन जैसे-जैसे वे बड़े होते रहते हैं, माता-पिता से उनकी दूरी बढ़ने लगती है। पेरेंट्स बच्चे के साथ रिश्ता मजबूत करने और हमेशा उनके करीब रहने कि कोशिश करते हैं, लेकिन बच्चों के साथ बातचीत में कमी होने के कारण उनसे दूरी बनने लगती है। ऐसे में हर बचपन से ही बच्चों के साथ 9 मिनट का फॉर्मूला अपनाने से पेरेंट्स उनके साथ नजदिकियां बढ़ा सकते हैं। ये 9 मिनट का बच्चों के दिन के सबसे महत्वपूर्ण टाइम होता है। आइए जानते हैं बच्चों के लिए दिन के कौन-से 9 मिनट महत्वपूर्ण हैं, जिससे पेरेंट्स बच्चों के करीब रहकर उनके लाइफ में सकारात्मकता फैला सकते हैं।ALSO READ: क्या बच्चे को आइने में चेहरा दिखाने से दांत निकलने में होती है परेशानी? जानें क्या है सच्चाई
दिनकेकौन-से 9 मिनटबच्चोंकेलिएजरूरीहै?
सुबहजागनेकेबाद 3 मिनटबच्चेसेकरेंबात
सुबह बच्चे के उठने के बाद सबसे पहले 3 मिनट तक आप उससे अच्छी-अच्छी बाते करें। अपने बच्चे का दिन अच्छे से शुरू करने के लिए गर्मजोशी और सकारात्मकता के साथ उनसे बात करें। ऐसा करने से बच्चे का आपके साथ लगाव बढ़ता है और दिन की शुरुआत सकारात्मकता के साथ होती है।
स्कूलयाडेकेयरसेघरआनेकेबाद 3 मिनटकरेंबात
स्कूल या डे केयर से आने के बाद कम से कम 3 मिनट अपने बच्चे के साथ बात करें। इस दौरान उनसे पूछें कि उनका दिन कैसे गया, उन्होने पूरा दिन क्या-क्या किया आदि। ऐसा करने से आप बच्चे के मन में एक सुरक्षा का वातावरण बनाते हैं, जिससे न सिर्फ वे अपनी खुशियां, बल्कि उनके साथ हो रही गलत चीजों को भी आपसे शेयर करने से नहीं घबराएंगे।
सोनेसेपहले 3 मिनटबच्चेसेकरेंबात
सोने से पहले 3 मिनट बच्चे के साथ गुजारने से, उनसे बात करने, कहानी सुनाने या एक-दूसरे को प्यार से गले लगाने जैसी गतिविधियों को अपने नाइट टाइम रूटीन का हिस्सा बनाए. ऐसा करने से आप उनके प्रति अपने प्यार को व्यक्त तो करते हैं, लेकिन साथ में बच्चे के लिए भी एक बेहतर वातावरण बनाते हैं, जिससे न सिर्फ बच्चे को अच्छी नींद आती है, बल्कि बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।
दिन के ये 9 मिनट हर बच्चे के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए हर माता-पिता को ये वक्त अपने बच्चों को जरूर देना चाहिए।