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हर रानी के पास सच है, लेकिन सच की चाबी किसी राजा के पास है-वर्तिका नंदा
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किताब के माध्यम से ‘रानियां भी बोले, कानून पट्टी खोले’ नाम के अभियान की शुरुआत
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बदलाव अंदर से लाना होगा, किसी न किसी को पहल करनी होगी-तेजिंदर सिंह लूथरा
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निर्भया से लेकर एसिड अटैक से पीड़ित, बदायूं के पेड़ पर लटका दी गईं और वेश्यावृत्ति करने को मजबूर महिलाओं के नाम हैं - कविताएं
बकौल लेखिका वर्तिका नन्दा, ‘समाज में हर रानी के पास एक सच है, लेकिन उस सच की चाबी किसी राजा के पास है। इस कविता संग्रह में कुछ कविताएं सुनंदा पुष्कर पर हैं, कुछ जीबी रोड में वेश्यावृत्ति कर रही महिलाओं पर, कुछ एसिड अटैक को झेल चुकी युवतियों पर तो कुछ उन दो लड़कियों के नाम पर हैं जो बदायूं जिले के एक गांव में पेड़ पर लटकी मिली थीं। वे सब किसी न किसी की रानियां थीं, लेकिन उनके पास सच बोलने की आजादी नहीं थी’।