बहुत से लोग सोचते रहते हैं कि अपना भी टाइम कभी आएगा, तब हम दुनिया को बता देंगे कि हम क्या है। अभी वक्त है बुरा और कभी तो होगा अपना वक्त अच्छा। कभी तो अच्छा समय आएगा। लेकिन ये अच्छा समय या अपना टाइम कब आता है? आओ जानते हैं इस संबंध में 5 गुरु मंत्र।
1. बहुत से लोग हैं जो कभी भी उठ जाते है और कभी भी सो जाते हैं। कभी भी खा लेते हैं और कभी भी कहीं भी घूमने निकल जाते हैं। उनके जीवन में समय का कोई प्रबंधन नहीं होता है। वे बेतरतीब भरा जीवन जीते हैं। जिसके जीवन में समय का प्रबंधन नहीं है वह बस अच्छे भविष्य के सपने ही देखा करता है और गाता रहता है कि अपना टाइम आएगा, आएगा...परंतु कभी आता नहीं है। अत: जीवन में उठने का, पूजा करने का, खाने का, कार्य करने का सोने का और लक्ष्य को भेदने का नियम जरूर बनाएं। समय को व्यर्थ ना बहाएं क्योंकि जीवन है बहुत छोटा सा और समय है बहुत ही खोटा सा।
2. चाणक्य ने एक बार शायद कहीं पर कहा था कि कल मिलने वाले मोर की अपेक्षा आज मिलने वाला कबूतर मुझे ज्यादा पसंद होगा। मतलब यह कि आज आपको जो मिल रहा है उसे लपक लो, कल के भरोसे मत रहो कि कल इससे अच्छा मिलेगा तो आज ये जो मिल रहा है उसे छोड़ दो। उदाहणार्थ की कल सोना अच्छी कीमत में बिक जाएगा या प्लाट अच्छी कीमत में बिकेगा। कल नौकरी अच्छी मिलेगा अभी मैं ये नौकरी क्यों करूं? मैं तो इससे बड़ी नौकरी चाहता हूं। भूख तो आज लगी है और खाओगे कल तो तब तक तो भूख ही मर जाएगी या अभी जो खाना परसा है उस पर किसी ओर का अधिकार हो जाएगा तब क्या करोगे? इसलिए कल की चिंता करो परंतु आज को चूको मत।
3. जीवन के किसी भी क्षेत्र में बेहतर रणनीति आपके जीवन को सफल बना सकती है और यदि कोई योजना या रणनीति नहीं है तो समझो जीवन एक अराजक भविष्य में चला जाएगा जिसके सफल होने की कोई गारंटी नहीं। यह ऐसा दौर है कि अब आपके दिमाग में मास्टर प्लान होना जरूरी है। यदि आपको जीवन के किसी भी क्षेत्र में जीत हासिल करना हो और यदि आपकी रणनीति और उद्देश्य सही है तो आपको जीतने से कोई रोक नहीं सकता। यदि ऐसा करते हैं तो तब आप गा सकते हैं कि अपना टाइम आएगा, आएगा।
4. जिंदकी भाग्य से नहीं चलती। भाग्य भी तभी चलता है जब कर्म का चक्का घुमता है। इंसान की जिंदगी जन्म और मौत के बीच की कड़ी-भर है। यह जिंदगी बहुत छोटी है। कब दिन गुजर जाएंगे, आपको पता भी नहीं चलेगा इसलिए प्रत्येक दिन का भरपूर उपयोग करना चाहिए। कुछ ऐसे भी कर्म करना चाहिए, जो आपके अगले जीवन की तैयारी के हों। अत: इस जीवन में जितना हो सके, उतने अच्छे कर्म कीजिए। एक बार यह जीवन बीत गया, तो फिर आपकी प्रतिभा, पहचान, धन और रुतबा किसी काम नहीं आएंगे। फिर भले ही गाते रहना की अपना टाइम आएगा, आएगा, क्या... लेकर आया तू.. क्या लेकर जाएगा।