1. महाभारत के अनुसार व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा ही हो जाता है।
2. यदि आप सबकुछ खो बैठे हैं तो निश्चित हो जाइये क्योंकि आप सबकुछ पाने की क्षमता रखते हो।
6. यह जान लें कि व्यक्ति के जीवन पर प्राकृतिक वातावरण, सामाजिक माहौल, ग्रह-नक्षत्र, देवी-देवताओं और प्रेत आदि अदृश्य गतिविधियों का भी प्रभाव पड़ता है। इसे समझना जरूरी है।
7. महाभारत में युद्ध में गीता का ज्ञान देते वक्त श्रीकृष्ण अर्जुन से यही कहते हैं कि तुझे देखने के लिए आकाश में तेरे पिता सहित देवता भी मौजूद हैं। देवताओं को पूजने वाले देवताओं को और राक्षसों को पूजने वाले राक्षसों को प्राप्त होते हैं। तुझे तय करना है कि तू किस ओर है। तेरी सोच सकारात्मक है तो सभी कुछ सही होगा परंतु राक्षसों के समान है तो वे ही तेरी मदद करेंगे।