Motivation : टाइम ही नहीं मिलता क्या करें, इसीलिए कुछ नहीं कर पाते...

अनिरुद्ध जोशी
पढ़ाई पूरी की और जॉब लग गई। जॉब लग गई तो घरवालों ने जबरन शादी कर दी और शादी हुई तो बच्चे हो गए और जब बच्चे हो गए तो फिर नौकरी में और भी जिम्मेदारियां बढ़ा दी और फिर अब घर की जिम्मेदारियां भी बढ़ गई है। जिंदगी में बहुत कुछ करना चाहता हूं लेकिन अब टाइम ही नहीं मिलता है इसीलिए कुछ कर नहीं पाते और अपने सपनों को छोड़कर अब बच्चों के सपने को पूरा करने में लगे हैं।
 
 
1. 24 घंटे हैं जिसमें से 12 घंटे तो नौकरी ही खा जाती है, 6 घंटे नींद खा जाती है और अब बचे 6 घंटे तो यह नाहाने-धोने और भोजन करने में ही निकल जाते हैं। बचा क्या, कुछ नहीं तो फिर क्या करें।
 
2. हर नौकरीपेशा आदमी का यही फसाना है, लेकिन हर बात में यह बोलना की टाइम नहीं मिलता कितना उचित है। कोई आपसे कहे कि सर, आपकी तोंद निकल रही तो आप कहेंगे क्या करें कसरत करने का टाइम ही नहीं मिलता। कोई आपसे कहे कि आप हमारी बिटिया की शादी में नहीं आए या बर्थडे पार्टी में नहीं आए और आप कहें कि क्या करें टाइम ही नहीं मिलता।
 
3. आप जानते हैं कि आपका मुख्‍य लक्ष्य या कहें कि मेन गोल कुछ और ही है लेकिन आपको टाइम ही नहीं मिलता कि किस तरह यह लक्ष्य हासिल करें। बस सोचते रही रहते हैं लेकिन क्या आप ये सोचते हैं कि आपको सोचने का वक्त मिल जाता है?
 
4. आप सोचिये की आपके साप टीवी देखने, समाचार सुनने का समय है। आपके पास फालतू की बातें करने या सुनने का समय है। आपके पास वाट्सएप या फेसबुक पर बतियाने का समय है लेकिन अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने का समय नहीं है? एक घंटा पेपर पढ़ते रहते हैं या दोस्तों के साथ पार्टी करने चले जाते हैं तब आपके पास बहुत समय कहां से आ जाता है?
 
5. यकीन मानिये यदि आप सिर्फ 1 घंटा अपने लक्ष्य के लिए या कसरत करने के लिए निकाल लेंगे तो बहुत सारी समस्याओं से बच जाएंगे। आपको टाइम मैनेज करना याद होना चाहिए। यदि आप कोई नई भाषा सिखना चाहते हैं तो मात्र रोज 1 घंटा उसमें डालिये और फिर 6 महीने में परिणाम देखें। 
 
6. दुनिया में ऐसे भी महान लोग हैं जिन्होंने अपने लिए 1 घंटा निकाला और दुनिया बदल दी। आप ऐसे लोगों की लिस्ट गूगल पर ढूंढ सकते हैं। कई लोग ऐसे थे जिन्होंने घर से ऑफिस और ऑफिस से घर आने के बीच के समय में ही सफर करते करते ही दूसरी भाषाएं सीख ली या नई डिग्री के लिए पढ़ाई करके परीक्षा पास कर ली। ऐसे भी लोगों की कहानी पढ़ने को मिलती है जो शौचायल में अखबार पढ़ते थे और उन्होंने अलग से अखबार पढ़ने का समय बचाकर दूसरा कुछ कार्य किया। 
 
7. कई लोग हैं जो अपनी जिंदगी का मात्र 1 घंटा दूसरे काम में डालकर नौकरी करने वाले से देने वाले बन गए हैं। क्या आप ऐसा नहीं कर सकते? क्या आपके पास अपनी जिंदगी के लिए मात्र 1 घंटा नहीं है। क्या आपको पता है कि महात्मा गांधी दातुन करने से पहले शीशे पर गीता का श्लोक चिपका लिया करते थे और दातुन करते समय याद कर लिया करते थे, इस तरह से उन्होंने गीता के 13 अध्याय कंठस्थ कर लिए थे।
 
8. आप सोचिये विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के पास 24 घंटे ही है। एक व्यक्ति उन्हीं 24 घंटे का सदुपयोग करके महान बन जाता है और दूसरा कुछ भी नहीं करके गुमनामी के अंधेरे में खो जाता है। जब लोग उसी 24 घंटे में इतना कुछ कर सकते हैं तो प्रश्न उठता है कि आखिर आपका समय कहां बर्बाद हो रहा है और आपको टाइम क्यों नहीं मिल पा रहा है। ऐसा कौन सा आप दुनिया का महान कार्य कर रहे हैं?
 
9. सुबह सही समय पर उठें और फटाफट निपटाएं नित्यकर्म। उसके बाद बनाने पूरे दिन का प्लान और फिर उसी प्लान को फालो करें। आदत बना लें समय पर उठने और सोने की। एक माह में सबकुछ सेट हो जाएगा। मात्र 1 घंटा कभी भी निकालें प्रतिदिन के हिसाब से। जरूरी नहीं कि वह समय सुबह का हो या शाम का। हर दिन के हिसाब से प्लानिंग चेंज करके मात्र 1 घंटे में जीवन बदल सकते हैं यह बोलना छोड़कर की 'टाइम ही नहीं मिलता'। 

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