वहीं भाजपा को जवाब देने के लिए कांग्रेस की चुनावी कमान अब खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने हाथों में संभाल ली है। पीएम मोदी के तर्ज पर चुनाव में पहले पार्टी के संगठन को कसने और टिकट के दावेदारों का फीड बैक लेने के लिए राहुल गांधी जहां एक और दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से फीड बैक ले रहे हैं।
सूबे में पार्टी के संगठन की जमीनी हकीकत जानने के लिए राहुल अब पार्टी के जिला अध्यक्षों से सीधी बात कर रहे हैं। गुरुवार को राहुल ने जिला अध्यक्षों से टिकट के दावेदारों और जिले में संगठन के कामकाज का फीडबैक लिया। पार्टी के जिला अध्यक्षों के साथ बातचीत में साफ कर दिया कि इस बार सिर्फ जीतने वाले उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
पीसीसी चीफ कमलनाथ पहले ही साफ कह चुके है कि उनका मुकाबला भाजपा के संगठन से है। इसलिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जमीनी पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं में जोश फूकंने के लिए जहां एक और कार्यकर्ता सम्मेलन कर रहे हैं। वहीं अब जिला अध्यक्षों से सीधी बात कर ये संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि उनका पूरा ध्यान जमीनी पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं और संगठन पर है।