पखवाड़े भर में राहुल और मोदी के अहम दौरों से मप्र में चढ़ा चुनावी पारा
रविवार, 24 जून 2018 (14:52 IST)
इंदौर। मंदसौर में 6 जून को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की किसान रैली के कोई पखवाड़े भर बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब शनिवार को मध्यप्रदेश में अलग-अलग कार्यक्रमों में शिरकत की, तो सत्तारूढ़ भाजपा चुनावी साल में एक ही तीर से कई निशाने साधने की कोशिश करती दिखाई दी।
इस दौरे में प्रधानमंत्री ने करीब 8,714 रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इसके साथ ही कांग्रेस पर बरसते हुए आरोप लगाए कि उसने सियासत में परिवारवाद को बढ़ावा दिया तथा अपने पूर्ववर्ती शासनकाल में वोट बैंक के नफा-नुकसान को ध्यान में रखते हुए सरकारी योजनाएं चलाईं। भाजपा इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों में लगातार चौथी बार सरकार बनाने की चुनौती का सामना कर रही है, जबकि कांग्रेस खासकर किसानों के कथित असंतोष के मुद्दे को उभारकर सूबे की सत्ता से पिछले 15 साल का वनवास खत्म करने की कोशिश में जुटी है।
सियासत के जानकारों के मुताबिक भाजपा ने चुनावी साल में प्रधानमंत्री के दौरे को भुनाने की कोशिश के तहत खाका इस तरह तैयार किया था कि राजगढ़ में मोदी के हाथों 4,000 करोड़ रुपए की लागत वाली सिंचाई परियोजना के लोकार्पण के बूते किसानों को खुश किया जा सके, वहीं इंदौर में आयोजित कार्यक्रम के जरिए राज्य के अलग-अलग हिस्सों में 4,713.75 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों की मोदी द्वारा ई-शुरुआत के आधार पर गरीब और मध्यम वर्ग के मतदाताओं को लुभाया जा सके।
मंदसौर में पिछले वर्ष किसान आंदोलन के दौरान पुलिस गोलीबारी में 6 कृषकों की मौत हो गई थी। राहुल इन किसानों की बरसी पर 6 जून को मंदसौर पहुंचे थे और कांग्रेस की किसान समृद्धि संकल्प रैली को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने कृषि संकट के मुद्दे को गरमाते हुए सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधने के साथ अहम घोषणा की थी कि प्रदेश के अगले विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की सरकार बनने पर 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा।
बहरहाल, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा इस बात को सिरे से खारिज करते हैं कि प्रधानमंत्री के एक दिवसीय मध्यप्रदेश दौरे के तहत शनिवार को आयोजित दोनों कार्यक्रमों में सत्तारूढ़ दल ने भीड़ जुटाकर अपना शक्ति प्रदर्शन किया ताकि राहुल की किसान रैली का जवाब दिया जा सके। अगले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के रणनीतिकारों में शामिल राज्यसभा सांसद झा ने रविवार को कहा कि प्रदेश में शक्तिहीन कांग्रेस के सामने हमें अपने शक्ति प्रदर्शन की कोई जरूरत ही नहीं है। आगामी विधानसभा चुनावों में कांग्रेस सूबे की 230 सीटों में से 30 सीटें भी नहीं जीत सकेगी।
उन्होंने दावा किया कि मध्यप्रदेश दौरे में मोदीजी ने अपनी बातों से कांग्रेस के उन स्वाभिमानी कार्यकर्ताओं के भी मन को छू लिया, जो इस पार्टी में लंबे समय से एक ही परिवार की आराधना से खुश नहीं हैं। झा ने बताया कि मोदी ने अपने दौरे में प्रदेश में भाजपा के विकास पर्व का शुभारंभ किया। इस कार्यक्रम के तहत आयोजनों का सिलसिला 6 जुलाई तक चलेगा।
इस बीच मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने एक बयान में मोदी के प्रदेश दौरे पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ऐसे समय विकास पर्व मना रही है, जब प्रदेश में एक दलित किसान को जिंदा जला दिया जाता है, कर्ज के बोझ के कारण किसान प्रतिदिन आत्महत्या कर रहे हैं, बेरोजगार युवा मौत को गले लगा रहे हैं, अवैध रेत उत्खनन कर तेज रफ्तार से दौड़ते डम्पर लोगों को कुचल रहे हैं और महिलाएं प्रतिदिन ज्यादती का शिकार हो रही हैं।
कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनावी वर्ष में विकास पर्व के माध्यम से झूठे शिलान्यास, भूमिपूजन और घोषणाएं कर प्रदेश की जनता को गुमराह कर रही है तथा आज प्रदेश के जो हालात हैं, उन्हें देखते हुए भाजपा सरकार को विकास पर्व के बजाय प्रायश्चित पर्व मनाना चाहिए। (भाषा)