'मेड इन' के वादे पर शिवराज का तंज, पहले 'मेड इन' अमेठी तो बना लें

विशेष प्रतिनिधि

शुक्रवार, 28 सितम्बर 2018 (22:04 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में युवा वोटरों को साधने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी हर सभा में बेरोजगार युवाओं से इन दिनों वादा कर रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार में आने पर स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर के विकसित किए जाएंगे। इसके लिए राहुल जहां सभा करते हैं, वहां पर 'मेड इन' (स्थान) बनाने का वादा करते हैं।
 
 
जैसे राहुल ने भोपाल की सभा में 'मेड इन भोपाल', चित्रकूट की सभा में 'मेड इन चित्रकूट' का वादा किया। राहुल ने कहा कि वे चाहते हैं कि लोगों के हाथों में जो मोबाइल हो उस पर 'मेड इन चाइना' न लिखा हो। अब राहुल के इस वादे को लेकर जमकर सियासत शुरू हो गई है। भाजपा की ओर से खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल के 'मेड इन' के वादे पर निशाना साधा है।
 
रायसेन के बरेली में राहुल गांधी के 'मेड इन' के वादे पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो 70 साल में 'मेड इन अमेठी' न बना सके, वो अब मध्यप्रदेश आकर 'मेड इन' की बातें करते हैं। उन्होंने राहुल को निशाने पर लेते हुए कहा कि अमेठी लंबे समय तक नेहरू-गांधी परिवार के नेताओं का चुनाव क्षेत्र रहा, लेकिन कांग्रेस के नेता औद्योगिक दृष्टि से अमेठी का इतना विकास नहीं कर सके कि किसी उत्पाद पर 'मेड इन अमेठी' का ठप्पा लग सके। उस कांग्रेस के अध्यक्ष राहुल गांधी मध्यप्रदेश आकर कभी 'मेड इन भोपाल', 'मेड इन चित्रकूट', 'मेड इन मंदसौर' की बातें कर रहे हैं।
 
इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री ने राहुल के किसानों से किए कर्जमाफी और खुद को किसान हितैषी बताने पर तंज कसते हुए कहा कि जो खेती-किसानी नहीं जानते, जिसने कभी खेत और खेत की पगडंडी तक नहीं देखी, जिसे ये ही नहीं पता कि मूली जमीन के ऊपर उगती है या अंदर, वो आज किस मुंह से किसानों की बातें कर रहे हैं?
 
धूनी न रमाकर बैठ जाएं राहुल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल के चित्रकूट पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी चुनाव के समय आजकल कभी शिवभक्त बन जाते हैं, तो कभी रामभक्त। मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कहीं ऐसा न हो कि राहुल गांधी धूनी रमाकर बैठ जाएं।

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