सतना में मुख्यमंत्री की सभा से पहले हुए हिंसक प्रदर्शन के बाद अब भाजपा की चिंता बढ़ गई है। ऐसे में जब भाजपा के बड़े नेता इस मामले से कुछ भी कहने से बच रहे हैं, तब मुख्यमंत्री का खुद सामने आकर बयान देना इस बात के साफ संकेत हैं कि पार्टी अब मान रही है कि अब सब कुछ ठीक नहीं है।
संगठन और सरकार की चिंता इसलिए और बढ़ गई है कि प्रदेश में चुनाव होने में बहुत कम समय बचा है और 25 सितंबर को खुद प्रधानमंत्री भोपाल में कार्यकर्ता सम्मेलन के जरिए चुनावी शंखनाद करेंगे, वहीं मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद भी सामान्य वर्ग का गुस्सा शांत नहीं हो रहा है।