सिंह ने सोमवार को यहां जारी बयान में कहा कि इस घटना की उच्चस्तरीय जांच होना चाहिए। यह साजिशन उन्हें बदनाम करने और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को फंसाने की कोशिश है। उन्होंने पथराव की घटना पर कई सवाल उठाते हुए मांग की है कि पुलिस महानिदेशक को चाहिए कि वे सबसे पहले गुप्तचर एजेंसियों और मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था की जांच करवाएं जिसके रहते यह चूक हुई। रथ में लगे उच्च क्षमता के कैमरे के फुटेज सार्वजनिक किए जाएं।
सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में कभी पीठ के पीछे वार नहीं किया है। वे लोकतांत्रिक तरीके से दो बार प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए और मुख्यमंत्री पीठ दिखाकर भाग गए। हत्या की साजिश के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के आरोप पर सिंह ने उन्हीं पर निशाना साधते हुए कहा कि सबसे पहले उनको इस्तीफा देना चाहिए। उनकी गुप्तचर फेल है। उनकी पुलिस मुख्यमंत्री की भी रक्षा नहीं कर पा रही है, तो क्या उन्हें पद बने रहना चाहिए?
सिंह ने कहा कि चुरहट में राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत खराब है। इस सड़क के निर्माण को लेकर पिछले डेढ़ साल से आंदोलन चल रहा है। मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा के लिए सड़क ठीक की गई जिसका रहवासियों ने विरोध किया। चौहान पर सीधी जिले के पटपरा गांव में जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रविवार देर रात पथराव किया गया था। इस मामले में पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। (वार्ता)