यात्राएं तोड़ती हैं कंफर्ट जोन...

डॉ. हरीश कुमार
छुट्टियां होती है तो हमारा मन यात्रा को जाने के लिए लालायित हो जाता है। आदमी का मन लगातार एक जैसी चीजें करने का आदी नहीं है, इसलिए उसे नई जगह पर जाना भाता है ,नया करना अच्छा लगता है। यात्रा करने की इच्छा बताती है कि अभी भी आप में बहुत जीविट है। आप जिंदगी को और जानना चाहते हैं। नई चुनौतियों का सामना करना चाहते हैं, और अपने कंफर्ट जोन को छोड़कर नई आशाओं और नई उमंगों में जीने के लिए और अभ्यास करना चाहते हैं।


जीवन भी रुकने का नाम नहीं है। जीवन निरंतर चलने की प्रक्रिया है। लगातार चलते रहना, लगातार काम में जुटे रहना, लगातार संघर्ष करते रहना लगातार नई-नई भावनाएं ढूंढते रहना, यह प्रगतिशील मनुष्य की निशानी है। यह दिखाती है कि मनुष्य बहुत ही चेतन शील और जिज्ञासु प्राणी है, जो हमेशा कुछ ना कुछ जानने के लिए सीखता रहता है, चलता रहता है और आगे बढ़ता रहता है। यात्रा का लाभ भी वही है।

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ये सब कुछ हम अपने जीवन की छोटी छोटी यात्राओं में पाते हैं। प्रकृति की ओर जाना और खुली स्पेस में जाकर मुक्त विचरण करना हमे अपने आदि स्वभाव का नतीजा है। वैसे तो अगर देखें तो हम अपने कंफर्ट जोन में रहना पसंद करते हैं जहां लोग हमें जानते हो। जहां ऐसा स्थान हो जिसके बारे में हम परिचित हो, पर ऐसी जगह पर जाना, ऐसी जगह पर जाकर घूमना और ऐसी जगह पर जाकर उन लोगों से मिलना-जुलना और बातचीत करना, जिन्हें हम नहीं जानते यह अपने आप में एक नया एडवेंचर है।

एक जगह अगर पानी भी रुक जाए तो वह ज्यादा देर साफ नहीं रहता उसमें सड़ांध उत्पन्न हो जाती है। इसी प्रकार जीवन भी लगातार चलते रहना चाहिए चलते रहने से नए विचार नहीं चेतना और नए अनुभव सीखने को मिलते हैं। हमारा माइंड या चेतना जैसे रीबूट हो जाती है। यह जीवन में ताजगी और रोमांच भरने के लिए बहुत जरूरी है।

जब आप यात्रा करते हैं तो आप सोचिए कि आपने यह यात्रा का अनुभव कहां से सीखा। आप के मां बाप आपको बचपन में अपने साथ बाहर यात्राओं पर लेकर गए और उनसे आपने नए अनुभव सीखें। अब आप भी खुद जाते हैं या अपने बच्चों को लेकर जाते हैं तो वहीं संस्कार आप उनमें डालते हैं।
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यात्रा हमारी परंपरा का हिस्सा हैं। जिन्होंने यात्राएं की उन्होंने नए देश, नए विचार और नई सम्भावनाएं खोज ली। यात्रा करना बहुत ही लाभकारी है। मैंने देखा है कि यात्रा के दौरान जो लोग बहुत ही अस्वस्थ होते हैं या बहुत ही निराशावादी होते हैं। उनमें भी एक नई आशा का संचार हो जाता है। नई जगह पर जाकर कई बार वह नए दृश्यों और नए लोगों के बीच रहकर बहुत कुछ नया सीखते हैं।

नई जगह पर जाकर लोगों से मेलजोल बढ़ाना उनके बीच अपना एक आधार बनाना और उसी प्रकार नई परिस्थितियों में अपने आप को ढालना और यात्रा के दौरान अपने रहन-सहन को व्यवस्थित करना, आपको जीवन में भी बहुत कुछ सिखाता है। जीवन में भी जब आप चाहे नौकरी में हो चाहे व्यवसाय में हो चाहे, आप किसी भी कार्य क्षेत्र में हो, वहां आपको इसी प्रकार लोगों से मिलना-जुलना पड़ता है। उनके अनुसार स्वयं को या उनको ढालना पड़ता है। उन्हें अपनी बात के लिए उन्हें सहमत करना होता है। यह सारी चीजें आप यात्रा से बड़ी आसानी से सीख सकते हैं।

यात्राएं आपको सबक देती हैं और नए अनुभवों से भर देती हैं। जिन्हें आप नए सिरे से अपने चल रहे जीवन में लागू करके और अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं और अधिक व्यवहार के ढंग सीख सकते हैं। अधिक व्यवस्था के साथ अपने आप का सामंजस्य बिठाने की कला सीख सकते हैं। यह आपको जहां मजबूत बनाती हैं वहीं नए दोस्त बनाने के लिए भी अग्रसर करती हैं।

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यात्राएं आपको मानसिक ही नहीं बल्कि शारीरिक ऊर्जा भी देती हैं। आपके स्वास्थ्य को आपके मन को आपकी मानसिक अवस्था को बदलने में सहायक बनती हैं। यात्राएं आपके भीतर कल्पनाओं को जन्म देती हैं। नई और सुंदर कल्पनाओं को और अगर यात्राओं में जोखिम भी हो तो वह आपको चुनौतियों से सामना करने के काबिल बनाती हैं।

अंत में यही कहना चाहूंगा कि आप की यात्राएं सुखद और मंगलकारी हो और आपको नए आयामों और नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए लाभकारी सिद्ध हो।

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