घर के कामकाज, राशन पानी का खर्चा, बच्चों की पढाई, बच्चों की फरमाइशें, बूढ़े मां बाप की जिम्मेदारी, स्वयं की देखभाल इत्यादि इत्यादि - यह सूची बड़ी लम्बी है और अनगिनत काम हैं जो किसी गिनती में या पहचान में ही नहीं आते, एक औरत चुपचाप कैसे हंसी खुशी निभाती चली जाती है।