संजा उत्सव समिति कानवन की 'संजा-सोलही' के गीत संकलन एक अनुपम संकलन है। लोक गीतों और कलाकृतियों को बचाने में संजा उत्सव समिति एक पुनीत और प्रेरणादायी कार्य कर रही है, जो कि प्रशंसनीय है। संकलन में तिथिवार कलाकृतियों के नाम क्रमशः पूनम का पाटला, एकम की छाबड़ी, बीज का बिजोरा, तीज का तीजों, चौथ का चोपड़, पंचम का पांच कटोरा, छट का छः पंखुड़ी का फूल, सातम का स्वस्तिक-सातिया, अष्टमी को आठ पंखुड़ी का फूल, नवमी का डोकरा-डोकरी ,दशमी का दीपक या निसरनी, ग्यारस का केल, बारस का पंखा, तेरस का घोड़ा, चौदस का कला कोट, पूनम का कला कोट, अमावस का कला कोट।