योग हमारे शरीर को हमारी आत्मा के साथ जोड़ता है। योग अर्थात मिलना, एक होना, एकीकार होना, न सिर्फ ईश्वर से परन्तु स्वयं से प्रकृति से और सम्पूर्ण सृष्टि से भी। आज जब पूरी पृथ्वी का संतुलन बिगड़ जाने से सम्पूर्ण जीव जगत के लिए एक खतरा उत्पन्न हो रहा है ऐसे समय में योग न केवल मनुष्य बल्कि सम्पूर्ण सृष्टि को एक नई दिशा प्रदान करके नव जीवन देने वाला सिद्ध हो रहा है।