मौना पंचमी की 5 बातें जान लीजिए व्रत से पहले

श्रावण माह की कृष्णपक्ष क पंचमी तिथि को मौना पंचमी और नाग मरुस्थले का पर्व मनाया जाता है। अंग्रेजी माह के अनुसार इस बार 28 जुलाई 2021 बुधवार को मौना पंचमी और नाग मरुस्थले का व्रत रखा जाएगा। आओ जानते हैं मौना पंचमी के बारे में 5 खास बातें।
 
 
1. मौना पंचमी का व्रत खासकर बिहार में नागपंचमी के रूप में मनाया जाता है। व्रत रखकर पूरे दिन मौन रहते हैं। मौन व्रत रखने से व्यक्ति की मानसिक दृढ़ता का विकास होता है और शारीरिक ऊर्जा भी बचती है। 
 
2. इस दिन भगवान शिव के साथी ही नागदेव की पूजा होती है। झारखंड के देवघर के शिव मंदिर में इस दिन शर्वनी मेला लगता है, मंदिरों में भगवान शिव और शेषनाग की पूजा की जाती है। मौना पंचमी के दिन इन दोनों देवताओं का पूजन करने से काल का भय खत्म हो जाता है और हर तरह के संकट समाप्त हो जाते हैं।
 
3. नवविवाहताओं के लिए यह दिन विशेष माना गया है जबकि वे 15 दिन तक व्रत रखती हैं और हर दिन नाग देवता की पूजा करती हैं और कथा सुनती है। कथा श्रवण करने से सुहागन महिलाओं के जीवन में किसी तरह की बाधाएं नहीं आती हैं।
 
4. कई क्षेत्रों में इस दिन आम के बीज, नींबू तथा अनार के साथ नीम के पत्ते चबाते हैं। मान्यता अनुसार ऐसा करने से ये पत्ते शरीर से जहर हटाने में काफी हद तक मदद करते हैं।
 
5. इस दिन शिवजी की दक्षिणामूर्ति स्वरूप की पूजा की जाती है। इस दिन पंचामृत और जल से शिवाभिषेक का बहुत महत्व है। इस पूजा से मन, बुद्धि तथा ज्ञान में बढ़ोतरी होती है और रह क्षेत्र में सफलता मिलती है।

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