नाग पंचमी से जुड़ी कुछ कथाएं व मान्यताएं जरूर पढ़ें

Nag Panchami 2023 : श्रावण माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार नागपंचमी का पर्व 21 अगस्त 2023 सोमवार के दिन मनाया जाएगा। इस दिन नगों की पूजा की जाती है। नागों में खासकर वासुकि नाग की पूजा होती है। आओ जानते हैं नाग पंचमी से जुड़ी कुछ कथाएं, परंपराएं व मान्यताएं।
 
नाग पंचमी की पूजा परंपरा:-
 
नाग पंचमी से जुडी कुछ कथाएं
1. भारत में एक ऋषि हुए हैं जिनका नाम कश्यप था। उनकी कई पत्नियां थीं जिसमें से एक पत्नी नागवंशी थी। उसका नाम कद्रू था। कश्यप ऋषि की पत्नी कद्रू से उन्हें 8 पुत्र मिले जिनके नाम उपर लिखे हैं।
 
2. पौराणिक कथानुसार अर्जुन के पौत्र और परीक्षित के पुत्र जनमेजय ने नागों से बदला लेने व नाग वंश के विनाश हेतु एक नाग यज्ञ किया था क्योंकि उनके पिता राजा परीक्षित को नक्षक नाग ने काट खाया था, जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई थी। इसका बदला लेने के लिए जनमेजय ने नागदाह यज्ञ किया था। नागों के कुल का नाश होते देखकर नागों की रक्षा के लिए इस यज्ञ को ऋषि जरत्कारु के पुत्र आस्तिक मुनि ने रोका था। जिस दिन इस यज्ञ को रोका गया उस दिन श्रावण मास की शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि थी और तक्षक नाग व उसका शेष बचा वंश विनाश से बच गया।
 

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