Mauna Nag Panchami : श्रावण माह का हर दिन महत्वपूर्ण होता है। सोमवार के अलावा भी खास दिनों में व्रत करने के लाभ हैं। इसी तरह सावन माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी को नाग मरूस्थले पर्व मनाया जाता है। इस दिन को मौना पंचमी भी कहते हैं। इस दिन का भी खास महत्व होता है। आओ जानते हैं कि क्यों मनाते हैं इस त्योहार को।
नाग मरुस्थले का पर्व : श्रावण माह के कृष्णपक्ष और शुक्ल पक्ष दोनों ही पंचमी पर नाग देव की पूजा की जाती है। अंग्रेजी माह के अनुसार इस बार कृष्ण पक्ष की पंचमी 07 जुलाई को रहेगी जिसे नाग मरुस्थले का पर्व कहते हैं। मरुस्थलीय इलाके में नागपंचमी मनाए जाने को नाग मरुस्थले पंचमी कहते हैं। मरुस्थल का अर्थ रेगिस्तान होता है।
देवघर : झारखंड के देवघर के शिव मंदिर में इस दिन शर्वनी मेला लगता है, मंदिरों में भगवान शिव और शेषनाग की पूजा की जाती है। मौना पंचमी के दिन इन दोनों देवताओं का पूजन करने से काल का भय खत्म हो जाता है और हर तरह के संकट समाप्त हो जाते हैं।