कश्मीर में अब ISIS का खतरा

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जम्मू कश्मीर में आतंकियों की नई फौज का खतरा मंडराने लगा है। इनमें अगर कश्मीर आने वाले दिनों में आईएसआईएस अर्थात इराक और सीरिया में तेजी से फैल रहे आतंकी गुट आईएसआईएस के कश्मीर की ओर बढ़ते कदमों से सहमने लगा है तो जम्मू संभाग में खालिस्तानी आतंकियों की योजनाएं जम्मूवासियों को दहशतजदा करने लगी हैं।

आईएसआईएस का अगला निशाना कश्मीर होगा इसके प्रति अब कोई दो राय इसलिए भी नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने खुद इसे मान लिया है कि कश्मीरी युवक आईएसआईएस में शामिल होने लगे हैं। यह बात अलग है कि वे इसे अभी स्वीकार नहीं करते हैं कि कश्मीर से कोई लड़ाका आईएसआईएस में शामिल हुआ है सिवाय ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले एक कश्मीरी युवक के, पर गुप्तचर संस्थाएं मुख्यमंत्री के बयान को सही नहीं मानती हैं।

इन एजेंसियों के बकौल कश्मीर में आईएसआईएस और अलकायदा के कदम तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शनों के दौरान आईएसआईएस और अलकायदा के झंडे, बैनर और पोस्टर इसके प्रति संकेत जरूर दे रहे हैं कि इन दोनों आतंकी गुटों के कदम कश्मीर की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।

याद रहे आईएसआईएस के नेता पिछले कई दिनों से इसके प्रति ऐलान भी कर रहे हैं कि वे कश्मीर को इस्लामिक स्टेट बनने की खातिर वे कश्मीर को अगला निशाना बनाएंगे। जबकि अलकायदा का भी बयान कई बार आ चुका है कि वे अब कश्मीर को आजाद करवाने के लिए कश्मीर आ रहे हैं।

हालांकि कश्मीर में आतंकवाद से निपट रहे सुरक्षाबलों के मुताबिक वे आईएसआईएस और अलकायदा के खतरे से निपटने को पूरी तरह से तैयार हैं। एक अधिकारी के मुताबिक, इन दोनों आतंकी गुटों के कश्मीर में पदार्पण की खबरें एक लंबे अरसे से आ रही हैं और मिले इनपुट के मुताबिक, आने वाले दिनों में इन आतंकी गुटों के सदस्यों से टकराव की आशंका बनी हुई है।

अधिकारी कहते हैं कि वे इन गुटों के आतंकियों से निपटने को पूरी तरह से तैयार हैं क्योंकि उनकी नजर में आतंकी, आतंकी ही होता है और अब राज्य पुलिस को भी आतंकियों से निपटने का 25 साल का अनुभव हो गया है। इतना जरूर था कि सेना जरूर ऐसे आतंकी गुटों को लेकर चिंतित नजर आ रही थी।

वैसे चिंता का विषय पाकिस्तान द्वारा जम्मू संभाग और पड़ौसी पंजाब में भी आतंकवाद को पुनर्जीवित करने की कोशिशें भी हैं। दो दिन पहले पंजाब और जम्मू पुलिस ने जम्मू से चार खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार कर हालांकि ऐसे षड्यंत्र का भंडाफोड़ किया है पर अधिकारियों को चिंता है कि पाकिस्तान खालिस्तानी आतंकियों के जरिए जम्मू और पंजाब में फिर से आतंकवाद को जीवित करना चाहता है। याद रहे 1990 के दशक में जम्मू संभाग खासकर जम्मू शहर खालिस्तानी आतंकियों के कहर को सहन कर चुका है।

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