Where is Panchen Lama: निर्वासित तिब्बती सरकार ने बृहस्पतिवार को भारत और अन्य लोकतांत्रिक देशों से कहा कि 11वें पंचेन लामा गेधुन चोएक्यी न्यीमा का पता-ठिकाना बताने के लिए चीन पर दबाव डाला जाए। उसने लगभग 29 साल पहले चीन में न्यीमा के लापता होने की जांच के लिए एक स्वतंत्र तथ्यान्वेषी आयोग को अनुमति देने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें जीवित मान लिया जाए तो क्या उन्हें पिछले 29 साल से उनके माता-पिता के साथ पाला-पोसा गया है या उन्हें किसी सुदूरवर्ती ऐसी जगह पर रखा गया, जहां कोई तिब्बती भाषा में बोल भी नहीं सकता? उनके आसपास रहने वाले कितने लोगों ने उनके साथ बुरा बर्ताव और उन्हें प्रताड़ित किया होगा?
सेरिंग का चीन पर आरोप : सेरिंग ने चीन की सरकार पर पंचेन लामा के मूलभूत मानवाधिकारों और आजादी का घोर उल्लंघन करने का आरोप लगाया। दलाई लामा ने चोएक्यी न्यीमा को मई 1995 में 11वें पंचेन लामा के तौर पर मान्यता दी थी। चीन ने इस कदम का विरोध करते हुए अपने खुद के पंचेन लामा के तौर पर ग्यालत्सेन नोरबू को पदासीन किया था। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala