शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को बंबई हाईकोर्ट में जमानत दिलवाने मुकुल रोहतगी की गिनती भारत के नामी वकीलों में होती है। उनकी एक और बड़ी पहचान यह है कि वे भारत के 14वें एटॉर्नी जनरल भी रह चुके हैं। आर्यन की जमानत के बाद लोगों के मन में एक सवाल प्रमुखता से उभरा है कि आखिर वरिष्ठ वकील रोहतगी फीस कितनी लेते हैं।
मुंबई में 17 अगस्त, 1955 को जन्मे मुकुल रोहतगी ने मुंबई के गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से कानून की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद रोहतगी ने मशहूर वकील योगेश कुमार सभरवाल के जूनियर के तौर पर प्रैक्टिस की शुरुआत की। सभरवाल भारत के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं, जबकि रोहतगी के पिता अवध बिहारी रोहतगी भी दिल्ली हाईकोर्ट में जज थे।
विभिन्न रिपोर्ट्स के मुताबिक रोहतगी में कोर्ट में हर सुनवाई के लिए 10 लाख रुपए फीस लेते हैं। बताया जाता है कि महाराष्ट्र सरकार की ओर से जज बीएच लोया केस के लिए रोहतगी को 1.21 करोड़ रुपए दिए गए थे। हालांकि इस बात का खुलासा नहीं हुआ है कि उन्होंने आर्यन खान केस के लिए उन्होंने कितनी फीस ली होगी, लेकिन पूर्व में ली गई फीस से अनुमान लगाया जा सकती है कि आर्यन खान केस में उन्होंने कितनी फीस ली होगी।
मानशिंदे की फीस भी कम नहीं : दूसरी ओर, सतीश मानशिंदे भले ही सेशंस कोर्ट में आर्यन को जमानत नहीं दिलवा पाए, लेकिन लेकिन वे भी जाने-माने वकीलों में शुमार हैं। मानशिंदे को बॉलीवुड का संकटमोचक भी कहा जाता है।
राम जेठमलानी से कानून की बारीकियां सीखने वाले मानशिंदे ने संजय दत्त, सलमान खान, राखी सावंत, रिया चक्रवर्ती समेत कई बॉलीवुड सितारों के केस लड़ चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मानशिंदे एक सुनवाई की 10 लाख रुपए फीस लेते हैं।