नई दिल्ली। आकाशवाणी के पूर्व महानिदेशक और हिन्दी के लब्ध प्रतिष्ठित कवि लीलाधर मंडलोई भारतीय ज्ञानपीठ के नए निदेशक होंगे।
ज्ञानपीठ के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि निवर्तमान निदेशक रवीन्द्र कालिया का कार्यकाल आगामी 31 मार्च को समाप्त हो रहा है और आगामी एक अप्रैल से लीलाधर मंडलोई निदेशक का कार्यभार पूर्ण रूप से संभाल लेंगे। मंडलोई गत 15 जनवरी से निवर्तमान निदेशक रवीन्द्र कालिया के साथ मिलकर कामकाज संभाल रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस वक्त मंडलोई मूर्तिदेवी पुरस्कार और विश्व पुस्तक मेले का कामकाज देख रहे हैं। आगामी 4 फरवरी को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा दिए जाने वाले मूर्तिदेवी पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाएगा।
मंडलोई का जन्म मध्यप्रदेश के छिंदवाडा जिले के ग्राम गुढी में हुआ था और 37 साल से अधिक समय तक दूरदर्शन एवं आकाशवाणी में विभिन्न पदों में रहने के बाद वे आकाशवाणी के महानिदेशक के पद से 2011 में सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होंने 1976 में भोपाल आकाशवाणी से अपने सफर की शुरुआत की थी।
कवि और लेखक लीलाधर मंडलोई की प्रमुख कृतियों में ‘घर घर घूमा’, ‘रात बिरात’, ‘मगर एक आवाज’, ‘लिखे में दुक्ख’ और ‘ए बदमस्ती तो होगी’ आदि शामिल हैं। इसके अलावा लोक कथाओं के दो संग्रह, बाल कथा संग्रह और अनुदित पुस्तकें शामिल हैं।
मंडलोई को राम विलास शर्मा सम्मान, वागेश्वरी पुरस्कार, नागार्जुन सम्मान, शमशेर सम्मान और रजा सम्मान से पुरस्कृत किया जा चुका है। (भाषा)