18वीं लोकसभा चुनाव के बाद सामने आए आंकड़ों ने भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर किया है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान लोकसभा के कुल 543 सांसदों में से 251 सांसदों (लगभग 46%) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह संख्या न केवल भारतीय लोकतंत्र के लिए एक चिंताजनक तस्वीर पेश करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि विभिन्न राजनीतिक दल इस मुद्दे पर कैसे खड़े हैं।
राज्य-वार विश्लेषण: कहां हैं सबसे ज्यादा आपराधिक मामले?
राज्य के अनुसार सांसदों पर दर्ज आपराधिक मामलों के आंकड़े भी चौंकाने वाले हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार, आपराधिक मामलों वाले सबसे अधिक सांसद उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और बिहार से हैं।
• उत्तर प्रदेश : यहां के 80 सांसदों में से 49 सांसदों पर आपराधिक मामले हैं।
• महाराष्ट्र : 48 सांसदों में से 31 सांसदों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
• पश्चिम बंगाल : 42 सांसदों में से 20 सांसदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
• बिहार : यहां के 40 सांसदों में से 23 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• तमिलनाडु : यहां के 39 सांसदों में से 26 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• केरल : यहां के 20 सांसदों में से 19 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• ओडिशा : यहां के 21 सांसदों में से 16 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• तेलंगाना : यहां के 17 सांसदों में से 14 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• छत्तीसगढ़ : यहां के 11 सांसदों में से 11 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• हरियाणा : यहां के 10 सांसदों में से 10 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• झारखंड : यहां के 14 सांसदों में से 10 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• मध्यप्रदेश : यहां के 29 सांसदों में से 09 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• गुजरात : यहां के 25 सांसदों में से 05 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• राजस्थान : यहां के 25 सांसदों में से 04 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• दिल्ली : यहां के 07 सांसदों में से 03 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• असम : यहां के 14 सांसदों में से 03 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।
• पंजाब : यहां के 13 सांसदों में से 02 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं।