खबरों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए ये दोनों आतंकी देश के पत्रकारों, धार्मिक प्रतिष्ठानों, सरकारी संपत्ति और बड़ी इमारतों को नुकसान पहुंचाने की फिराक में लगे थे।
इन दोनों आतंकियों का काम अफगानिस्तान और सीरिया में मौजूद आईएसआईएस के आतंकियों को हथियार, गोला-बारूद और फंडिंग मुहैया करवाना था। एनआईए ने इनके कुछ ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिससे इनकी लोकेशन के बारे में पुख्ता सुराग हाथ लगे थे।