उन्होंने बताया कि बिलाल पिछले तीन-चार साल से अस्वस्थ था और उसकी सेहत बिगड़ने पर 22 नवंबर को उसे जेल से अस्पताल ले जाया गया था। गोधरा में 27 फरवरी, 2002 को साबरमती एक्सप्रेस के कोच एस6 को जला देने के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे 11 दोषियों में से बिलाल भी एक था।
ट्रेन के इस डिब्बे में अयोध्या की यात्रा करने वाले कार सेवक सवार थे। इस आगजनी में 59 लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद गुजरात दंगों की आग में जल उठा था और इन दंगों में 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे।