21 July the hottest day : 21 जुलाई को वैश्विक औसत तापमान (global average temperature) अपने उच्च स्तर 17.09 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया और इसी के साथ ही कम से कम 84 वर्षों बाद 21 जुलाई पृथ्वी (Earth) का सबसे अधिक गर्म दिन था। यूरोपीय संघ की कॉपरनिकस जलवायु परिवर्तन सेवा (C3S)ने नई दिल्ली में यह जानकारी दी।
मासिक गर्मी रिकॉर्ड की एक श्रृंखला को देखें तो जून तक लगातार पिछले 12 महीने से हर माह वैश्विक तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुंच रहा है। पिछले वर्ष जून के बाद से हर महीने सबसे अधिक गर्मी का रिकॉर्ड रहा। सी3एस के प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार कम से कम 1940 के बाद 21 जुलाई सबसे अधिक गर्म दिन था। यह 6 जुलाई 2023 के 17.08 डिग्री सेल्सियस तापमान के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया है।
जुलाई 2023 और पिछले सभी वर्षों के तापमान के बीच बड़ा अंतर है। जुलाई 2023 से पहले अगस्त 2016 में पृथ्वी का दैनिक औसत तापमान रिकॉर्ड 16.8 डिग्री सेल्सियस था। हालांकि 3 जुलाई 2023 के बाद से 57 दिन ऐसे रहे हैं, जब तापमान पिछले रिकॉर्ड से अधिक रहा है। सी3एस के निदेशक कार्लो बूनटेंपो ने कहा कि पिछले 13 महीनों के तापमान और उससे पिछले रिकॉर्ड के बीच चौंकाने वाला अंतर है।
विश्लेषण से पता चलता है कि 2023 और 2024 में पिछले वर्षों की तुलना में वार्षिक अधिकतम दैनिक वैश्विक तापमान काफी अधिक रहा है। 2015 से 2024 तक 10 वर्ष उच्चतम दैनिक औसत तापमान वाले हैं। उत्तरी गोलार्द्ध की गर्मी के कारण वैश्विक औसत तापमान आमतौर पर जून के अंत और अगस्त की शुरुआत के बीच चरम पर होता है। उत्तरी गोलार्द्ध में भूमि का द्रव्यमान दक्षिणी गोलार्द्ध के महासागरों की तुलना में तेजी से गर्म होता है।
सी3एस के वैज्ञानिकों ने दैनिक वैश्विक तापमान में अचानक वृद्धि के लिए अंटार्कटिका के बड़े हिस्से में औसत से बहुत अधिक तापमान को जिम्मेदार ठहराया। यूरोपीय जलवायु एजेंसी ने कहा कि 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष होगा या नहीं, यह काफी हद तक 'ला नीना' के विकास और इसकी तीव्रता पर निर्भर करता है। जलवायु विज्ञान गैर-लाभकारी संस्था बर्कले अर्थ ने पिछले सप्ताह अनुमान लगाया था कि 2024 में नया वार्षिक ताप रिकॉर्ड स्थापित होने की 92 प्रतिशत संभावना है।(भाषा)