दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अंकित शर्मा खुफिया विभाग के जांबाज अधिकारी थे। दंगों में उनका नृशंस तरीक़े से क़त्ल कर दिया गया। देश को उन पर नाज़ है। दिल्ली सरकार ने तय किया है कि उनके परिवार को 1 करोड़ की सम्मान राशि और उनके परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी दी जाएगी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें।
अंकित शर्मा की दिल्ली दंगों में निर्मम हत्या की गई थी। उनका शव उत्तर पूर्व दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाके चांद बाग में 26 फरवरी को एक नाले से मिला था। सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों का कहना था कि अंकित शर्मा के शरीर को चाकुओं से बुरी तरह गोदा गया था और इतने घाव थे कि उनको गिन पाना कठिन था।