स्वतंत्रता दिवस पर CBI के 30 अधिकारियों को पुलिस पदक

सोमवार, 15 अगस्त 2022 (13:20 IST)
नई दिल्ली। कोयला घोटाला मामले की जांच कर रहे और आंतरिक सतर्कता की जिम्मेदारी संभाल रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के अधिकारी जांच एजेंसी के उन 30 अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें 76वें स्वतंत्रता दिवस पर पुलिस पदक प्रदान किया गया है। सीबीआई ने एक बयान में कहा कि 6 अधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएमडीएस), जबकि 24 को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएमएमएस) से सम्मानित किया गया है।
 
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसपी) आलोक कुमार को पीपीएमडीएस से सम्मानित करने की घोषणा की गई है जो एजेंसी के भीतर भ्रष्टाचार रोकने के लिए काम करने वाली मुंबई की विशेष इकाई का हिस्सा हैं।
 
पीपीएमडीएस प्राप्त करने वाले अन्य 5 अधिकारियों में डीएसपी अतुल हजेला, तेजप्रकाश देवरानी और टी. श्रीधरन, उप निरीक्षक (एसआई) गुरमीत सिंह और सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) नरपत सिंह शामिल हैं।
 
कोयला घोटाले की जांच करने वाले उप महानिरीक्षक केशव राम और इस मामले में सफलतापूर्वक एक मजबूत मामला (केस) तैयार करने वाले अतिरिक्त कानूनी सलाहकार विजय कुमार शर्मा को पीएमएमएस से सम्मानित किया गया है।
 
बयान में कहा गया है कि पदक से सम्मानित किए जाने वाले सीबीआई के अन्य अधिकारियों में पुलिस अधीक्षक संदीप कुमार शर्मा, अतिरिक्त एसपी सुरेश कुमार, भारतेंद्र शर्मा और भारत भूषण भट्ट, डीएसपी करण सिंह राणा, सुभाष पांडे, गुलशन मोहन राठी, टी. सेल्वाकुमार, श्री भगवान और मनोज कुमार शामिल हैं।
 
बयान के अनुसार, इसके अलावा इंस्पेक्टर विजय यादव, एसआई शिबानी साहा, शशिकांत राजाराम राजापुरे, एएसआई विश्राम सिंह और शाम सिंह, हेड कांस्टेबल कृष्ण लाल, राजेश बाबू चौहान, दुर्गा सिंह और तेज पाल सिंह, कांस्टेबल सिबी, पीजी और राम सिंह धामी और स्टेनोग्राफर दिनेश सिंह पुंडीर को भी सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है।
 
 
 
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को सम्मान : केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा से पिछले साल रंगदारी मांगने के मामले की जांच करने वाले दिल्ली पुलिस के दो अधिकारियों को जांच में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री के पदक से सम्मानित किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
 
आधिकारिक बयान के अनुसार, पुलिस उपायुक्त दीपक यादव और उपनिरीक्षक मुनीश कुमार दिल्ली पुलिस के उन छह कर्मियों में शामिल हैं, जिन्हें इस साल पदक मिला है।
 
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा से रंगदारी मांगने के मामले में जांच के लिए यादव और मुनीश कुमार को पदक मिला है। आरोपियों ने पिछले साल मंत्री से दो करोड़ रुपए की मांग करते हुए दावा किया था कि उनके पास मिश्रा के खिलाफ कुछ वीडियो क्लिप हैं। बयान में कहा गया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
 
मंत्री को रंगदारी मांगने के लिए उस समय फोन किया गया था, जब वह चार किसानों सहित आठ लोगों की मौत से जुड़ी लखीमपुर खीरी हिंसा के सिलसिले में अपने बेटे की गिरफ्तारी के बाद चर्चा में थे।
 
बयान में कहा गया कि पदक हासिल करने वालों में आईपीएस अधिकारी आरपी मीणा भी शामिल हैं। 20 जनवरी, 2021 को एक शोरूम से लगभग 25 किलोग्राम आभूषण चोरी होने की घटना के समय वह दक्षिण पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त थे। जांच के परिणामस्वरूप घटना के 14 घंटों के भीतर 100 प्रतिशत आभूषण बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली थी।
 
सहायक पुलिस आयुक्त संजय दत्त और निरीक्षक अनुज कुमार त्यागी ने दो लोगों-अमनदीप सिंह और हरप्रीत सिंह से 25 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थ 'मेफेड्रोन', जिसे आम तौर पर ‘म्याऊ-म्याऊ’ कहा जाता है, और 'मेथामफेटामाइन' बरामद कर उन्हें गिरफ्तार किया था।
 
बयान में कहा गया कि बाद में, एक अन्य आरोपी, हरविंदर सिंह को 24 दिसंबर, 2021 को लंदन से भारत प्रत्यर्पित किया गया और इस मामले में उसे गिरफ्तार किया गया। निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता को भी पदक मिला है। अपराध की जांच के उच्च पेशेवर मानकों को बढ़ावा देने और जांच में उत्कृष्टता को मान्यता देने के उद्देश्य से 2018 में केंद्रीय गृह मंत्री पदक की शुरुआत की गई थी।

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