LIVE: प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब, ट्रैफिक से लेकर महास्नान तक जाने पूरा अपडेट

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 10 फ़रवरी 2025 (08:30 IST)
प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के सैलाब, स्नान की व्यवस्था और जाम से लेकर दिल्ली की राजनीति तक। मणिपुर में हिंसा से लेकर सीएम के इस्तीफे तक जाने वेबदुनिया पर हर खास खबर...

संगम नगरी प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में रोजाना लाखों-करोड़ों श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। देश के कोने-कोने से पहुंच श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर रहे हैं। रविवार की छुट्‌टी के चलते मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। संगम पहुंचने के सभी रास्तों में 10 से 15 किलोमीटर तक लंबा जाम लगा है। वाराणसी, लखनऊ, कानपुर से प्रयागराज आने-जाने वाले रास्तों पर तो 25 किलोमीटर तक का जाम देखने को मिल रहा है. इतना ही नहीं प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन के बाहर अत्यधिक भीड़ होने से स्टेशन बंद कर दिया गया है।


08:36 AM, 10th Feb
कुंभ मेले अपने 28 दिन पूरे कर चुका है। अभी संगम तट पर स्नान के लिए दो सप्ताह का समय शेष रह गया है। ऐसे में दूरदराज से श्रृद्धालुओं संगम में डुबकी लगाने के लिए तीर्थराज प्रयाग आ रहे हैं। प्रयागराज के आसपास के जिलों में भी जाम की स्थिति है। पुलिस ने भीड़ के दबाव के चलते तीर्थयात्रियों को अपने जिलों में ही रोक लिया है, सड़कों पर वाहन रेंगते हुए दिखाई दे रहे हैं। संगम में डुबकी लगाने जा रहे श्रृद्धालुओं को जाम में फंसे 10 घंटे से अधिक का समय हो गया है। 20-25 किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। कुंभ के तरफ जाने वाली सभी सीमाओं पर कतारें ही कतारें नजर आ रही हैं। जाम मे फंसे लोगों के सब्र का बांध टूटने लगा है। इसके चलते श्रद्धालु बस-कार से उतरकर पैदल ही ही कुंभ की तरफ बढ़ने को मजबूर हैं। 
आलम यह है कि सड़क पर जहां तक नजर जाएगी, वहां तक सिर्फ गाड़ियां ही गाड़ियां दिखाई देंगी, कोई गुजरात से, मध्यप्रदेश, कर्नाटक से गुजरात से, राजस्थान से कोई दिल्ली से तो कोई कानपुर से प्रयागराज आ रहा है उसे 8-10 घंटे जाम से जूझते हुए हो गए हैं। यदि जाम ट्रैफिक खुल भी रहा है तो चार पहिया वाहनों की तादाद इतनी ज़्यादा ही की गाड़ियां चल नहीं रही बल्कि 1-1 एक इंच रेंग रही है।
 
शनिवार और रविवार की छुट्टी के चलते कुंभ स्नान करने की संख्या में एकदम बढ़ोतरी हो गई। मेले की शुरुआत से अब तक लगभग 42 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं। कुंभ से अखाड़े वाराणसी कूच कर चुका है। कुंभ मेला समाप्ति की तरफ है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि मेला अंतिम चरण की तरफ बढ़ रहा है, जिसके चलते भीड़ का दबाव कम हो जाएगा, लेकिन श्रद्धालुओं का जोश कम होने की जगह बढ़ता दिखाई दे रहा है।

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