आबकारी केस में संजय सिंह के बाद मुश्किल में आम आदमी पार्टी, AAP पर क्यों कस रहा शिकंजा?
शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023 (15:14 IST)
Sanjay Singh news : आबकारी मामले में आप सांसद संजय सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में संजय सिंह के 2 करीबियों विवेक त्यागी और सर्वेश मिश्रा को नोटिस भेजा है। त्यागी संजय सिंह के पर्सनल असिस्टेंट हैं। सर्वेश मिश्रा से आज ईडी ने पूछताछ की है।
बता दें कि आबकारी केस में संजय सिंह के बाद आम आदमी पार्टी भी मुश्किल में आ गई है। भाजपा ने मांग की है कि मामले में आम आदमी को भी मामले में आरोपी बनाया जाना चाहिए।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी में कथित घोटाला केस की सुनवाई हुई। शीर्ष अदालत ने इस मामले में ईडी और सीबीआई से कई अहम सवाल किए। मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस एसवीएन भट्टी की बेंच ने प्रवर्तन निदेशालय से सवाल किया कि आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को शराब नीति मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के लिए कैसे फंसाया जा सकता है, अगर वह मनी ट्रेल का हिस्सा नहीं थे। कोर्ट ने यह भी सवाल किया कि आम आदमी पार्टी को आरोपी क्यों नहीं बनाया गया?
क्या आम आदमी पार्टी भी बनेगी आरोपी : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि वह दिल्ली शराब नीति में घोटाले के मामले में आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाएगी। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने आप नेता मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान पूछा था कि शराब नीति का सीधे तौर पर लाभ आम आदमी पार्टी को मिला है, मनीष सिसौदिया को नहीं। ऐसे में एजेंसी ने अभी तक पार्टी को आरोपी क्यों नहीं बनाया है?
तो नहीं टिक पाएगा आपका केस : ईडी की तरफ रखे गए मनी ट्रेल का अध्ययन करने के बाद, जस्टिस संजीव खन्ना और एसवीएन की पीठ ने भट्टी ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू से पूछा कि मनीष सिसोदिया इस सब में शामिल नहीं हैं। विजय नायर (सीएम केजरीवाल के करीबी सहयोगी जो आप की प्रचार शाखा की देखभाल करते थे) वहां हैं, लेकिन इस हिस्से में मनीष सिसोदिया नहीं हैं। आप उन्हें पीएमएलए (धन शोधन निवारण अधिनियम) में कैसे जोड़ सकते है? पैसा उसकी जेब में नहीं आया, बल्कि किसी और की जेब में आया। यदि यह एक कंपनी है जिसके साथ वह शामिल है, तो हमारे पास परोक्ष दायित्व है। अन्यथा, अभियोजन पक्ष लड़खड़ा जाएगा। मनी लॉन्ड्रिंग एक पूरी तरह से अलग अपराध है।
झूठा है शराब घोटाला : इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन्होंने कहा स्कूल के क्लासरूम बनाने, बिजली, सड़कों के निर्माण, पानी में घोटाला हुआ है। सारी जांच करा ली। लेकिन कुछ नहीं निकला। अब पता चल रहा है कि यह पूरा शराब घोटाला ही फर्जी है। इनके पास एक भी सबूत नहीं है। एक पैसे का लेनदेन नहीं हुआ। थोड़े दिन में शराब घोटाला बंद हो जाएगा। फिर एक और ले आएंगे।
Edited by navin rangiyal