यादव के समर्थकों ने भी इसी तरह के नारों से प्रतिवाद किया जिसमें लिखा था, 'पार्टी मेरी आप की, नहीं किसी के बाप की'। उन्होंने आप के अंदर लोकतंत्र नहीं होने पर भी सवाल खड़े किए।
सोशल मीडिया में सुबह से ही आप वॉर, आप का स्टिंग और वॉर इन आप तीन मुख्य रुख रहे जिसमें समर्थकों, विरोधियों और लोगों ने संकट पर अपने गुस्से का इजहार किया। (भाषा)