उन्होंने कहा कि दिल्ली में सामान्य रूप से (शोधित) जल का उत्पादन लगभग 1,002 एमजीडी होता है, जो शुक्रवार को घटकर 932 एमजीडी रह गया। मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार ने मानवीय आधार पर हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के लिए अतिरिक्त पानी छोड़ने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि गर्मी कम होने के बाद यमुना के जल के बंटवारे से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को ऊपरी यमुना नदी बोर्ड की बैठक में दिल्ली में जल संकट का कोई समाधान नहीं निकल सका। उन्होंने दावा किया कि हिमाचल प्रदेश अपने द्वारा उपयोग नहीं किया गया पानी दिल्ली को देने के लिए तैयार है।
मंत्री ने कहा कि मैंने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात की और उन्होंने मुझे सहयोग का आश्वासन दिया है। आतिशी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश से पानी की उपलब्धता का आकलन बोर्ड द्वारा अभी तक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि शनिवार को दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक में यह निर्णय लिया गया कि जिन इलाकों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है उनका पता लगाया जाए तथा पानी के टैंकर की संख्या बढ़ाई जाए।(भाषा)