बयान के अनुसार योजना लागू होने के पहले 200 दिनों में पीएम-जेएवाई के तहत 20.8 लाख से अधिक गरीब लोग लाभान्वित हुए। चिकित्सा बीमा की इस योजना के तहत इन लोगों को 5,000 करोड़ रुपए के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराई गई। हालांकि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के प्रयासों से यह खर्च 2,760 करोड़ रुपए रहा।