UP Ats: उत्तरप्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) के आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एटीएस ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
उत्तरप्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने मंगलवार को एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि एटीएस ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भारतीय सेना की जासूसी करने के आरोप में कासगंज जिले के पटियाली थाना क्षेत्र के जिनौल के निवासी शैलेष कुमार सिंह उर्फ शैलेन्द्र सिंह चौहान को गिरफ्तार किया है।
शैलेष के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज करके उसे अदालत में पेश किया गया है और नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। बयान में दावा किया गया है कि उत्तरप्रदेश एटीएस की टीम ने भौतिक एवं इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से जांच की तो पता चला कि शैलेष कुमार ने व्हॉट्सऐप और फेसबुक के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को सेना से जुड़ी जानकारी साझा की है।
कुमार ने बताया कि शैलेष ने करीब 9 महीने तक अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना में अस्थायी कर्मचारी के रूप में काम किया था जिसकी वजह से उसके पास सेना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी थी। बयान में कहा गया है कि शैलेष फिलहाल भारतीय सेना में किसी पद पर कार्यरत नहीं है लेकिन वह खुद को सेना में कार्यरत बताता था।
शैलेष ने सोशल मीडिया पर शैलेन्द्र सिंह चौहान नाम की अपनी प्रोफाइल में भारतीय सेना की वर्दी में अपनी तस्वीर लगाई थी। बयान के अनुसार शैलेष फेसबुक के माध्यम से हरलीन कौर नामक महिला के संपर्क में आया, जो छद्म पहचान से आईएसआई के लिए काम कर रही थी और वह शैलेष से मैसेंजर के जरिए बात करने लगी।
बयान में कहा गया है कि इसी बीच शैलेष की एक अन्य आईएसआई हैंडलर प्रीति से भी व्हॉट्सऐप पर ऑडियो काल के माध्यम से बातें होने लगी। शैलेष ने प्रीति को भी अपना परिचय सेना के जवान के रूप में दिया। बयान के अनुसार शुरुआत में प्रीति से शैलेष अंतरंग बातें करता था और बाद में प्रीति ने उसे पैसों का लालच देकर आईएसआई के लिए काम करने की पेशकश की।
बयान के अनुसार पैसों के लालच में शैलेष ने प्रीति नाम की हैंडलर को सेना से जुड़े महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की लोकेशन तथा सेना की गाड़ियों की आवाजाही के फोटो भेजे, उसने यही तस्वीरें हरलीन कौर नाम की हैंडलर को भी भेजीं। बयान में कहा गया है कि इसके एवज में आरोपी को 'फोन पे' के माध्यम से अप्रैल महीने में 2 हजार रुपए मिले, इसके बाद जब-जब उसने सूचनाएं साझा कीं तो उसे पैसे दिए गए।
बयान के अनुसार प्रीति और हरलीन कौर आईएसआई के हैंडलर हैं, जो सीमा पार से छद्म नाम का इस्तेमाल कर सेना से जुड़ी जानकारी प्राप्त करके आईएसआई को उपलब्ध कराती हैं और आईएसआई इन जानकारियों का प्रयोग भारत के विरुद्ध करती है।
पुलिस के अनुसार उत्तरप्रदेश एटीएस द्वारा गिरफ्तार आरोपी शैलेष उर्फ शैलेन्द्र को पुलिस हिरासत में लेने के लिए अदालत से अनुरोध किया जाएगा ताकि भारत में इसके अन्य साथियों और भारत में फैले इस नेटवर्क में लिप्त अन्य लोगों की जानकारी हासिल की जा सके।(भाषा)