एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि वे दोनों वसई में किराए का एक फ्लैट ढूंढ रहे थे और इस दौरान पूनावाला ने वालकर को कई बार अपनी पत्नी बताया था, हालांकि उनकी शादी नहीं हुई थी। उन्होंने 2019 में विवाहित होने का दावा करते हुए नायगांव (पूर्व) की एक इमारत में एक कमरे का फ्लैट किराए पर लिया था।
उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2020 में, वे वसई (पूर्व) में किराए के वन बीएचके (एक बेडरुम-हॉल-रसोई) फ्लैट में स्थानांतरित हो गए और पूनावाला ने फिर से वालकर को अपनी पत्नी के रूप में मकान मालिक से मिलवाया था। दस्तावेजों के रूप में, पूनावाला ने अपने माता-पिता के वसई स्थित घर के विवरण के साथ अपना आधार कार्ड दिया था।
हालांकि, फ्लैट पूनावाला के नाम पर किराए पर लिया गया था, जबकि वालकर की तस्वीर पुलिस सत्यापन दस्तावेज में संलग्न की गई थी। दस्तावेज पर तुलिंज पुलिस की मुहर थी। अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सितंबर 2021 में वसई स्थित फ्लैट खाली कर दिया और माना जाता है कि वे आसपास की किसी अन्य इमारत में चले गए।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद यहां से ही वे इस साल मार्च में दिल्ली चले गए थे। पुलिस के अनुसार पूनावाला ने वालकर (27) की गत 18 मई की शाम कथित तौर पर गला घोंट कर हत्या कर दी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए, जिन्हें उसने दक्षिण दिल्ली के महरौली स्थित अपने आवास पर लगभग तीन सप्ताह तक एक फ्रिज में रखा तथा शव के टुकड़ों को कई दिनों तक विभिन्न स्थानों पर फेंका। (एजेंसी)