अधिकारियों के लिए चिंताएं बढ़ती जा रही हैं, क्योंकि समय बीतता जा रहा है तथा अभियान से अभी तक कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिला। विमान लापता होने की खबर मिलने के कुछ ही समय बाद यह अभियान शुरू कर दिया गया था।
रक्षामंत्री को उन कठिन परिस्थितियों के बारे में अवगत कराया गया जिनमें पिछले 24 घंटे में यह अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि समुद्र बहुत अशांत है तथा क्षेत्र में गहरे बादल छाए हुए हैं। पर्रिकर ने सभी कमांडरों को निर्देश दिया कि वे परिवारों से संपर्क बनाएं रखें और उन्हें सूचनाएं मुहैया कराएं। (भाषा)