विदेशी मीडिया ने उठाया एयर स्ट्राइक पर सवाल, सचाई जानने के लिए पढ़ें यह खबर

Webdunia
बुधवार, 6 मार्च 2019 (17:14 IST)
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करते हुए आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंपों को तबाह किया था। विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है कि वह एयर स्ट्राइक का सबूत दे, दूसरी ओर भारतीय सेना ने कहा है कि हमले किए गए और कितने आतंकी मारे गए, इसकी गिनती करना सेना का काम नहीं है। पाकिस्तान ने कहा कि भारतीय वायुसेना के विमान पेड़ों निशाना बनाकर चले गए। एयर स्ट्राइक को लेकर भारतीय और विदेशी मीडिया में अलग-अलग तरह की खबरें सामने आ रही हैं। रायटर्स ने तस्वीरें जारी एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाया है। दूसरी ओर न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ का दावा है कि वायुसेना के हमले में ट्रेनिंग कैंपों में भारी तबाही हुई है।
 
 
सुरक्षित हैं जैश के मदरसे : रायटर्स में छपी एक खबर के अनुसार बालाकोट में जहां भारतीय वायुसेना हवाई हमलों का दावा कर रही है, वहां जैश का मदरसा जस का तस है। तस्‍वीर भारत की ओर से की गई एयर स्‍ट्राइक के 6 दिन बाद जारी की गई है। सैन फ्रांसिस्‍को स्‍थित एक निजी सैटेलाइट से ली गई यह तस्‍वीर 4 मार्च की है। इन तस्‍वीरों में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि बालाकोट में अभी भी जैश के 6 मदरसे बने हुए हैं। अब तक हमले की स्पष्ट तस्वीरें जारी नहीं हुई थीं, लेकिन प्लैनेट लैब्स की ओर से जारी ये तस्वीरें स्पष्ट हैं।
 
 
तस्वीरों में यह भी दिखाई दे रहा है मदरसे की दीवारों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचा है और उसके आसपास के पेड़ भी हरे-भरे दिख रहे हैं। रायटर्स ने इन तस्वीरों को लेकर भारत के विदेश और रक्षा मंत्रालय को ई-मेल कर सवाल भी पूछा है, लेकिन उसे इसका कोई उत्तर नहीं मिला है।
12 तस्वीरें गवाह तबाह हुए आतंकी कैंप : दूसरी ओर न्यूज चैनल टाइम्स नाउ ने पहली बार एयर स्ट्राइक के सबूत के तौर पर 12 तस्वीरें जारी की हैं। इनमें तस्वीरों में यह बताया गया है कि भारतीय वायुसेना के सीक्रेट एयर स्ट्राइक में भारतीय मिसाइलों ने जैश के ट्रेनिंग कैंपों को तबाह करके रख दिया है। भारतीय वायुसेना के हमले से बालाकोट में भारी तबाही मची है। भारतीय मिसाइलों से बिल्डिंगों में हुए छेद स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार यह आवश्यक नहीं बंकर बस्टिंग मिसाइलों के हमले में इमारत पूरी तरह से तबाह हो जाए।
 
टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के अनुसार यह आवश्वक नहीं कि ग्लाइड बम बिल्डिंग के सुपर स्ट्रक्चर को ही तबाह करे। हालांकि तस्वीर में बिल्डिंग पूरी तरह से डैमेज दिख रही है। भारत ने एयर स्ट्राइक में स्पाइस 2000 ग्लाइड बम का भारत ने प्रयोग किया था, जो खास लक्ष्यों को ही भेदती है। हालांकि तस्वीरों में कुछ पेड़ भी नष्ट हुए दिखाई देते हैं।
 
तस्वीरों की तुलना से संशय : एयर स्ट्राइक के बाद ही मीडिया में लगातार तस्वीरें जारी हो रही हैं। इन सैटेलाइट पिक्चर्स के आधार पर कुछ मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि बालाकोट कैंप की इमारतें पहले की तरह ही खड़ी हैं और उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट कहा कि उसने अपने लक्ष्यों को पूरी मजबूती से हिट किया है।

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