उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद के 70 वर्षों में कांग्रेस ने आदिवासियों का वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया। पार्टी ने आदिवासियों के कल्याण के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा जहां भी सत्ता में आई, उसने आदिवासियों के लिए विकास से जुड़ी योजनाओं की झड़ी लगा दी।