अमित शाह को महंगी पड़ी मालदा रैली, तबीयत फिर बिगड़ी
मंगलवार, 22 जनवरी 2019 (19:09 IST)
मालदा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह अपनी खराब सेहत के कारण मंगलवार की शाम को नई दिल्ली लौट रहे हैं। पश्चिम बंगाल के झारग्राम में निर्धारित रैली में उनके शामिल होने की संभावना नहीं है। भाजपा के नेताओं ने यह जानकारी दी।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, अमित शाह बहुत बीमार हैं। उन्हें तेज बुखार है, लेकिन फिर भी उन्होंने यहां आज की रैली में हिस्सा लिया। स्वाइन फ्लू की चपेट में आने के बाद अस्पताल में उनका इलाज हुआ था और कुछ दिन पहले ही उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी।’
घोष ने कहा कि शाह आज नई दिल्ली लौटेंगे क्योंकि उनके डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी है कि वे खराब सेहत के कारण किसी रैली में हिस्सा नहीं लें। उन्होंने कहा, यदि कल उनकी तबीयत ठीक रहती है तो वह कल झारग्राम में रैली को संबोधित करेंगे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि शाह ने उन्हें यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अन्य निर्धारित रैलियां समय पर हों। इससे पहले, शाह ने मालदा में रैली को संबोधित कर चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित होने के बाद सभी बंगाली शरणार्थियों को नागरिकता दी जाएगी।
मालदा रैली में लोगों को हिस्सा लेने से रोकने का प्रयास किया : भाजपा ने मंगलवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की राज्य में हुई रैली में लोगों को शामिल होने से रोकने के प्रयास किए। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, ममता बनर्जी डरी हुई क्यों हैं? वह खुद को योद्धा बताती हैं जिन्होंने राज्य में वामपंथी शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी। तो वह भाजपा से लड़ने में इतना क्यों डरी हुई हैं।
शाह ने मालदा में एक रैली को संबोधित किया। प्रसाद ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों को ले जाने वाले वाहनों को सत्तारूढ़ दल ने रोका ताकि उन्हें रैली में हिस्सा लेने से रोका जा सके। बनर्जी को निशाना बनाते हुए उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान और उससे पहले विपक्षी दलों के नेताओं के राजनीतिक कार्यक्रमों को विफल करने के लिए कांग्रेस इस तरह के प्रयास करती रही है लेकिन हर कोई जानता है कि क्या हुआ।
शाह का मालदा का भाषण उनकी बेचैनी दर्शाता है : तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के मालदा में अमित शाह के भाषण को तथ्यों के लिहाज से कमजोर और शब्दों के लिहाज से घटिया स्तर का था। पार्टी ने कहा कि ऐसा लगता है कि भगवा दल बेचैन हो गया है और उसे यह अहसास हो गया है कि सत्ता में उसके गिनती के कुछ दिन बचे हैं।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, मालदा में भाजपा अध्यक्ष का भाषण सुनने के बाद यह स्वाभाविक है कि वे बेचैन हैं। वे जानते हैं कि उनके दिन गिनती के हैं। वे राजनीतिक रूप से डरे हुए हैं। उनके भाषणों में तथ्यों की कमी है और स्तर घटिया है। उन्होंने कहा, उन्हें (भाजपा) भारत के लोकाचलन का अंदाज नहीं है। उन्हें बंगाल के लोकाचलन का अंदाजा नहीं है। वे बड़े शून्य की तरफ बढ़ रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस ने कहा, कुछ कह रहे हैं वे हताश हैं, कुछ कह रहे हैं वे पागल हो गए हैं...या फिर यह दोनों का सम्मिश्रण है?