शाह ने एनआरसी पर भाजपा की एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि एनआरसी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है और इसे लागू किया जायेगा लेकिन उन्होंने साथ ही स्पष्ट किया कि इससे पहले सभी हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मैं बंगाल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एनआरसी लागू किया जाएगा लेकिन इस तरह का कुछ भी नहीं होने जा रहा है। मैं सभी हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन शरणार्थियों को आश्वस्त करता हूं कि उन्हें देश छोड़ना नहीं पड़ेगा, उन्हें भारतीय नागरिकता मिलेगी और उन्हें एक भारतीय नागरिक के सभी अधिकार मिलेंगे।
शाह ने कहा कि किसी भी घुसपैठिये को भारत में रहने नहीं दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसी शरणार्थी को जाने नहीं देंगे, किसी घुसपैठिये को रहने नहीं देंगे। हम एक-एक घुसपैठिये को देश से बाहर करेंगे। इतने सारे घुसपैठियों का बोझ उठाते हुए दुनिया का कोई भी देश आसानी से नहीं चल सकता। इसे रोकना होगा। हम बंगाल को बदलने के वास्ते काम कर रहे हैं। एनआरसी जरूरी है। हमें देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनआरसी को लागू करना होगा।