शाह ने इस फैसले को लेकर लिखे एक ब्लॉग में कहा कि ‘उच्चतम न्यायालय का फैसला एक स्वागत योग्य निर्णय है क्योंकि यह मौलिक अधिकारों और निजी स्वतंत्रता को मजबूत करने वाला फैसला है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार न्यायसंगत सामाजिक सेवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने खासकर आज के निर्णय के अनुरूप गरीबों तक सामाजिक सेवा को पहुंचाने को प्रतिबद्ध है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज का फैसला महत्वपूर्ण है, जो सरकार के नजरिए और कदमों से मेल खाता है। कुछ शरारतपूर्ण दुष्प्रचारों का भंडाफोड़ होना जरूरी है। जो आज निजता के बड़े पैरोकार बन रहे हैं उन्होंने दशकों तक यह सुनिश्चित किया कि भारत में निजता को लेकर कोई मजबूत कानून नहीं हो। वे लोग आधार को लेकर टिप्प्णी कर रहे हैं जिन्होंने वर्षों तक इसे कानूनी आधार प्रदान नहीं किया।
उन्होंने कहा कि ये शब्द (न्यायाधीश के) कांग्रेस पार्टी को उस वक्त आईना दिखाते हैं जब वे उत्साह और न्याय का झूठा प्रदर्शन कर रहे हैं। यह विडंबना है कि जिन्होंने देश में आपातकाल लगाकर करोंड़ों भारतीयों के स्वतंत्रता एवं जीवन के अधिकार को छीन लिया था, वे आज इस फैसले को गलत ढंग से पेश करके मौलिक अधिकारों के संरक्षक बनकर खड़े हैं। (भाषा)